Khabarwala 24 News Hapur: Hapur विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन कानून के विरोध की आड़ में फैली हिंसा और हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि मुर्शिदाबाद से शुरू हुई हिंसा अब पूरे बंगाल में फैल रही है, जिसमें शासकीय तंत्र निष्क्रिय या दंगाइयों का सहायक बन गया है। विहिप ने ममता बनर्जी सरकार पर हिंदू-विरोधी तत्वों को खुली छूट देने का आरोप लगाया।
क्या है पूरा मामला
11 अप्रैल, 2025 को मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के विरोध के नाम पर मुस्लिम भीड़ ने हिंसक प्रदर्शन किया, जिसमें 200 से अधिक हिंदू घरों और दुकानों को लूटकर जलाया गया, सैकड़ों लोग घायल हुए, तीन की हत्या हुई और दर्जनों महिलाओं का शीलभंग किया गया। परिणामस्वरूप, 500 से अधिक हिंदू परिवारों को पलायन करना पड़ा। विहिप ने दावा किया कि यह हिंसा वक्फ कानून का विरोध नहीं, बल्कि हिंदुओं को निशाना बनाने की साजिश थी।
ज्ञापन में यह की मांग
ज्ञापन में ममता बनर्जी पर हिंसा भड़काने वाले इमामों का समर्थन करने और पलायन कर चुके हिंदुओं को जबरन वापस भेजने का आरोप लगाया गया। विहिप ने बंगाल में राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे, बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की बढ़ती सक्रियता और हिंदू त्योहारों पर प्रतिबंध का भी जिक्र किया। संगठन ने मांग की कि बंगाल में अविलंब राष्ट्रपति शासन लगाया जाए, हिंसा की जांच एनआईए से कराई जाए, केंद्रीय सुरक्षा बलों को कानून व्यवस्था सौंपी जाए, और घुसपैठियों को निष्कासित कर सीमा पर तारबंदी की जाए।
विहिप ने केंद्र सरकार से त्वरित कार्रवाई की अपील की ताकि देश की संप्रभुता और सांप्रदायिक सद्भाव बना रहे।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर विहिप के जिलाध्यक्ष सुधीर चोटी, नरेंद्र कबाड़ी, गिरीश त्यागी, विकास गर्ग, संजय बैंक वाले, सभासद मोनू बजरंग समेत अनेक लोग मौजूद थे।

