Khabarwala 24 News New Delhi : Womens T20 World Cup 2024 दुबई में खेले जा रहे वीमेंस टी20 विश्व कप में टीम हरमनप्रीत कौर के सेमिफाइनल में पहुंचने की बहुत बड़ी उम्मीद जगी है। न्यूजीलैंड टीम ने भारत को उसके पहले मैच में 58 रन से हराकर जोर का झटका दिया था, लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली पटखनी ने संतुलन स्थापित कर दिया है।
बुधवार को श्रीलंका के खिलाफ खेले जाने वाले अहम मुकाबले से पहले यहां से भारत के लिए सेमीफाइनल में पहुंचने का एक रास्ता खुलता दिखा है अब इसे भारतीय टीम कितना आगे भुना पाती है, यह देखने वाली बात होगी।
न्यूजीलैंड को मिली 60 रन की करारी हार (Womens T20 World Cup 2024)
मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ कोटे के 20 ओवरों में 8 विकेट पर 148 रन बनाए थे। जवाब में कीवी टीम हैरतअंगेज रूप से 19.2 ओवरों में 88 रन पर ही ढेर हो गई और 60 रन से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। इसके बाद प्वाइंट्स टेबल की तस्वीर एकदम पूरी तरह बदल गई है।
मंगलवार को न्यूजीलैंड की टीम हार के बाद अब कीवी टीम प्वाइंट्स टेबल में 2 मैचों में एक जीत और एक हार के साथ दो अंक से तीसरे नंबर पर है। इस हार से उससे कहीं कमजोर टीम पाकिस्तान दूसरे नंबर पर आ गई है क्योंकि उसका नेट रन-रेट (0.56) + में है।
श्रीलंका को हराकर दूसरे नंबर पर होगी टीम (Womens T20 World Cup 2024)
फिलहाल भारतीय टीम चौथे नंबर पर है, लेकिन अभी भी उसे दो मैच खेलने बाकी हैं क्योंकि पाकिस्तान को हराने के बावजूद पहले मैच में न्यूजीलैंड से मिली 58 रन से हार के बाद उसका नेट रन-रेट (-1.22) खासा खराब है, लेकिन अब न्यूजीलैंड की ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार के बाद उसके लिए उम्मीद की खिड़की खुली है।
अगर टीम हरमनप्रीत बुधवार को श्रीलंका को हरा देती है, तो वह चार प्वाइंट्स के साथ ही ग्रुप ए में दूसरे नंबर की टीम बन जाएगी। ऐसे में वीमेंस टीम को अपनी राह में सबसे बड़ी अड़चन न्यूजीलैंड को ध्यान में रखकर खेलना होगा।
नेट रन-रेट का भी ध्यान रखें टीम हरमनप्रीत (Womens T20 World Cup 2024)
भारतीय लड़कियां 13 अक्तूबर को शारजाह में खेले जाने वाले मैच में लीग के आखिरी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हरा देती है तो उसके सेमीफाइनल में पहुंचने के आसार बहुत ज्यादा मजबूत हो जाएंगे लेकिन ऐसे में उसे नेट रन-रेट का भी ध्यान रखना होगा और इसके लिए जरूरी है कि भारतीय लड़कियां श्रीलंका को बड़े अंतर से मात दे क्योंकि उसका आखिरी मैच मजबूत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ है। न्यूजीलैंड के बचे हुए दो मुकाबले भी तुलनात्मक रूप से कमजोर श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ हैं। वहीं, न्यूजीलैंड की एक और हार उसका रास्ता कहीं आसान बना देगी।