Khabarwala 24 News New Delhi: IND vs NZ भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट गुरुवार से शुरू हो रहा है। कीवी टीम पहले मैच में मजूबत भारत को हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर चुकी है।
इस मैच से पहले टीम को बड़ा झटका लगा है, जहां दिग्गज खिलाड़ी और टीम के पूर्व कप्तान केन विलियमसन दूसरे मैच में भी नहीं खेल पाएंगे। बताया जा रहा है कि विलियमस अब तक ग्रोइन की चोट से उबर नहीं सके हैं। उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान चोट लगी थी।
विलियमसन को लेकर कोच क्या बोले ?(IND vs NZ)
पिछले महीने श्रीलंका दौरे के दौरान चोट लगने के बाद विलियमसन न्यूजीलैंड टीम के साथ भारत नहीं आए थे और रिहैब की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। उनकी अनुपस्थिति में विल यंग ने बेंगलुरु में नंबर तीन पर बल्लेबाजी की थी और 33 और नाबाद 48 रनों की पारी खेली थी। उनको लेकर न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड ने कहा, हम केन पर नजर रख रहे हैं। वह सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन अभी भी 100 प्रतिशत फिट नहीं है। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उसमें और सुधार होगा और वह तीसरे टेस्ट के लिए उपलब्ध होंगे। हम उन्हें खुद को तैयार करने के लिए जितना संभव हो उतना समय देंगे।
Kane Williamson continues his Groin Strain rehabilitation and is Ruled Out of New Zealand's 2nd Test Against India 🤕 pic.twitter.com/BW9tv6RNRN
— CricWick (@CricWick) October 22, 2024
कीवी टीम विलियमसन को मिस करेगी (IND vs NZ)
न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले केन विलियमसन मॉडर्न समय के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक हैं। विलियमसन का ना होना कीवी टीम के लिए बड़ा नुकसान है। न्यूजीलैंड की बैटिंग लाइनअप पारी को संभालने और क्वालिटी गेंदबाजी के खिलाफ उनका अटैकिंग रवैया मिस करेगी, खास तौर पर भारत के वर्ल्ड क्लास स्पिन अटैक के खिलाफ। उनके ना होने के बाद भी कीवी टीम ने जिस तरह बेंगलुरु में बड़ी जीत दर्ज की, वह काबिले-तारीफ है।
न्यूजलैंड 36 साल में पहला मैच जीती (IND vs NZ)
यह जीत भारत में न्यूजीलैंड की पिछले 36 साल में पहली जीत है। टीम की इस जीत की सबसे बड़ी वजह न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज मैट हेनरी और विल ओज्रूर्के थे, जिन्होंने अपनी गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया को चारों खाने चित कर दिया। दोनों ने मिलकर भारत की पहली पारी में मिलकर नौ विकेट झटके, जिसकी वजह से टीम इंडिया सिर्फ 46 रनों पर ही सिमट गई थी।