Khabarwala 24 News Hapur: Hapur श्री सनातन धर्म सभा द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस पर भक्तों का उत्साह चरम पर रहा। इस अवसर पर एकदिवसीय यजमान उमेश अग्रवाल ने अपनी धर्मपत्नी सविता अग्रवाल के साथ पूजन कर पंडित पवन देव जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया।
भगवान श्रीकृष्ण के महारास का मनमोहक वर्णन किया
सांयकालीन कथा में वृंदावन के प्रख्यात कथावाचक श्री पवन देव जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के महारास का मनमोहक वर्णन किया। गोपी गीत के मधुर स्वरों ने भक्तजनों को आनंद की अनुभूति कराई। कथानुसार, भगवान शंकर भी गोपी बनकर महारास में शामिल हुए और वृंदावन में गोपेश्वर महादेव के रूप में विख्यात हुए। इसके पश्चात, श्रीकृष्ण और बलराम जी ने कंस का वध करने हेतु मथुरा प्रस्थान किया, जहां कंस को मारकर माता-पिता को कारागार से मुक्त किया।
भक्तों की आंखों से अश्रुधारा बह निकली
कथा में उद्धव जी द्वारा भ्रमर गीत का वर्णन सुन भक्तों की आंखों से अश्रुधारा बह निकली। जरासंध के अत्याचारों से भक्तों को सुख प्रदान करने हेतु भगवान श्रीकृष्ण ने बृज छोड़कर गोप-गोपियों सहित द्वारिका प्रस्थान किया और द्वारिकाधीश कहलाए। तत्पश्चात, विदर्भ नरेश भीष्मक की पुत्री रुक्मिणी के स्वयंवर में श्रीकृष्ण ने रुक्मिणी को भगाकर उनके भाई रुक्मी का अभिमान चूर किया और रुक्मिणी के साथ धूमधाम से विवाह रचाया।
प्रसादी और आयोजन की व्यवस्था:
प्रसादी की व्यवस्था हरि प्रकाश जिंदल द्वारा की गई, जिसे भक्तों ने ग्रहण किया। कथा के दौरान हापुड़ कोतवाल मुनीश प्रताप सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ महाराज जी से आशीर्वाद लिया।
यह रहे मौजूद
आयोजन में रविंद्र गुप्ता, विनोद वर्मा, उमेश अग्रवाल, नन्हे मल ठेकेदार, डी.के. सर्राफ, रामकुमार गर्ग, नवीन वर्मा, शुभम गोयल (एडवोकेट), नवीन गुप्ता, अतुल सोनी, विनोद गुप्ता, विमल वर्मा, कमल वर्मा, अंकुर गर्ग (सोनू), अंजलि रवि गर्ग, विवेक सिंघल (चुन्ना), अनिल टोपी, तनिष्क गुप्ता, प्रदीप सोनी सहित अनेक भक्त उपस्थित रहे।
