Khabarwala 24 News Hapur: Hapur अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान और उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के निर्देशन में आयोजित जनपद स्तरीय छह दिवसीय रामायण चित्रकला कार्यशाला का समापन नगर क्षेत्र के शिवा प्राथमिक पाठशाला में हुआ। समापन समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दस विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का का किया शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ समाजसेवी नरेंद्र अग्रवाल और जिला समन्वयक डॉ. सुमन अग्रवाल ने संयुक्त रूप से किया। कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने रामायण के पात्रों और विभिन्न प्रसंगों को चित्रकला के माध्यम से जीवंत किया। छह दिनों तक चले इस आयोजन में बच्चों ने रंगों के माध्यम से राम कथा को कागज पर उतारा, जिसे देखकर अतिथि भावुक हो उठे।
बच्चों की प्रतिभा को दिशा
डॉ. सुमन अग्रवाल ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों की सृजनात्मक प्रतिभा को निखारना और सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ना था। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों में भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाते हैं।
रामायण के नैतिक मूल्य
समाजसेवी और एटीएम एस के चेयरमैन नरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि रामायण नैतिक मूल्यों, कर्तव्य, अनुशासन, समर्पण और ईमानदारी जैसे गुणों का पाठ पढ़ाती है, जो आज की शिक्षा प्रणाली में भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने बच्चों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि उनकी कला किसी कॉन्वेंट स्कूल के बच्चों से कम नहीं है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस कार्यशाला से बच्चे भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों को समझकर उन्हें अपने शैक्षिक और सामाजिक जीवन में लागू कर सकेंगे।
यह रहे मौजूद
समारोह में डॉ. हरजीत कौर, नीतू नांरग, लक्ष्मी शर्मा, अपूर्वा, सुमन, सोनिया आदि उपस्थित रहे।
