Khabarwala 24 News Hapur: यूपी के जनपद हापुड़ (Hapur) में साइबर अपराधियों के नए तीर ने एक बार फिर आम आदमी को निशाना बनाया है। नगर के मोहल्ला निहाल चंद बिल्डिंग निवासी आशीष गर्ग के व्हाट्सएप पर फर्जी आरटीओ चालान का पीडीएफ लिंक भेजकर ठगों ने मात्र 10 मिनट में उनके बैंक खाते से 3,00,559 रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित ने थाना साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों को उजागर करती है, जहां सरकारी दस्तावेजों का लालच देकर लोगों को फंसाया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला (Hapur)
नगर के व्यवसायी आशीष गर्ग ने बताया कि 16 सितंबर की रात करीब 11:30 बजे उनके व्हाट्सएप पर एक अज्ञात नंबर से संदेश आया। संदेश में आरटीओ चालान” का पीडीएफ लिंक दिया गया था, जो ट्रैफिक नियम उल्लंघन का जुर्माना बताकर तुरंत भुगतान करने का दबाव बना रहा था। उत्सुकता में आशीष ने लिंक पर क्लिक कर दिया। लिंक खुलते ही उनके फोन में मैलवेयर इंस्टॉल हो गया, जिससे ठगों को बैंकिंग डिटेल्स और ओटीपी तक पहुंच मिल गई।
- पहली ट्रांजेक्शन: रात 11:40 बजे 1,95,699 रुपये कट गए।
- दूसरी ट्रांजेक्शन: ठीक 10 मिनट बाद 1,04,860 रुपये और उड़ गए।
जब आशीष को बैंक अलर्ट मिला, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। कई घंटों की मशक्कत के बावजूद कोई सुराग नहीं मिला।
साइबर ठगों का modus operandi (Hapur)
पुलिस जांच में पता चला है कि यह फिशिंग स्कैम का नया रूप है, जहां ठग सरकारी संस्थाओं (जैसे RTO, IRCTC या PM योजनाओं) के नाम पर लिंक भेजते हैं। लिंक क्लिक करने पर:
- फोन में स्पाईवेयर या APK फाइल इंस्टॉल हो जाती है।
- कैमरा, माइक और बैंक ऐप्स का एक्सेस मिल जाता है।
- OTP और पासवर्ड चुराकर UPI या नेट बैंकिंग से पैसे साफ कर दिए जाते हैं।
हाल के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जैसे कानपुर में APK लिंक से 1.28 करोड़ की ठगी और लखनऊ में PM योजनाओं के नाम पर फ्रॉड। देवघर में ही हाल ही में सात साइबर ठगों को फर्जी लिंक भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस की कार्रवाई और अपील (Hapur)
थाना साइबर क्राइम प्रभारी नजीर खान ने बताया, “पीड़ित की तहरीर पर संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है, जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस ने की अपील (Hapur)
- अनजान लिंक न क्लिक करें: खासकर RTO, बैंक या सरकारी योजनाओं के नाम पर।
- OTP कभी शेयर न करें: कोई भी बैंक डिटेल न दें।
- हेल्पलाइन का सहारा: फ्रॉड होने पर तुरंत 1930 पर कॉल करें।
- दो-चरण प्रमाणीकरण चालू रखें: ऐप्स में सिक्योरिटी बढ़ाएं।


Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Khabarwala24 पर. Hindi News और India News in Hindi से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन करें, Twitter पर फॉलो करें और Youtube Channel सब्सक्राइब करे।














