Khabarwala 24 News New Delhi : Medicines Cost Increase कैंसर, डायबिटीज, हृदय रोग और एंटीबायोटिक्स जैसे जरूरी दवाओं की कीमत में सरकार इजाफा कर सकती है। सरकारी सूत्रों ने बताया है कि दवाओं की कीमतों में 1.7 फीसदी की बढ़ोतरी होने जा रही है। ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआईओसीडी) के महासचिव राजीव सिंघल ने बताया है कि दवाओं की कीमत बढ़ने से फार्मा इंडस्ट्री को राहत मिल सकती है। फार्मा इंडस्ट्री में कच्चे माल और अन्य खर्चों की लागत बढ़ रही है। दवाओं की कीमत बढ़ाने का असर दो से तीन महीने बाद देखने को मिलेगा क्योंकि 90 दिनों का स्टॉक पहले से रहता है।
नियमों के उल्लंघन के आरोप (Medicines Cost Increase)
फार्मा इंडस्ट्री की कंपनियों पर कई बार उल्लंघन के आरोप लगते रहते हैं। संसदीय स्थायी समिति की एक रिपोर्ट के अनुसार, फार्मा कंपनियां बार-बार स्वीकार्य मूल्य वृद्धि सीमा का उल्लंघन करती है। राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने 307 मामलों में फार्मा कंपनियों को नियमों को तोड़ते पाया।
सरकार के नियम क्या कहते हैं? (Medicines Cost Increase)
एनपीपीए 2013 के ड्रग प्राइस कंट्रोल ऑर्डर के तहत कीमत तय करता है। सभी फार्मा कंपिनयों को तय सीमा के भीतर कीमत रखने का निर्देश दिया गया है। कीमत कम होती है तो इसका लाभ सीधे मरीजों को होता है। राष्ट्रीय आवश्यक औषधि सूची के तहत कीमतों की नियंत्रण की वजह से सालाना 3788 करोड़ की बचत हुई थी।