CLOSE AD

Kartik purnima की रात, जब धरती पर आकर देवताओं ने किया था दीपदान

Join whatsapp channel Join Now
Join Telegram Group Join Now

नई दिल्ली, 5 नवंबर (khabarwala24)। Kartik purnima कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन देवता खुद धरती पर आकर गंगा स्नान करके दीपकों को जलाकर देव दीपावली मनाते हैं।

भगवान शिव ने त्रिपुरासर का किया था वध (Kartik purnima)

एक पौराणिक कथा के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था। इस कारण से कार्तिक पूर्णिमा पर देवताओं ने खुश होकर दीपावली मनाई थी। तभी से कार्तिक पूर्णिमा को ‘देव दीपावली’ कहा जाने लगा क्योंकि सभी देवता पृथ्वी पर दीपावली मनाने आए थे।

देव दीपावली मनाने के पीछे क्या है कहानी (Kartik purnima)

देव दीपावली मनाने के पीछे एक कहानी प्रचलित है, जिसमें महाभारत के कर्णपर्व में एक कथा प्रचलित है। इस कथा के अनुसार, त्रिपुरासुर दैत्यराज तारकासुर के तारकाक्ष, कमलाक्ष और विद्युन्माली तीन पुत्र थे। तीनों ने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए कठिन तपस्या की और ब्रह्माजी से अमरता का वरदान मांगते हुए कहा कि हमारी मृत्यु तभी हो सकती है, जब तीनों पुरियां (नगर) अभिजित नक्षत्र में एक सीध में आएं और कोई एक ही बाण से हमें मार दे। वरदान के बाद तीनों ने मिलकर स्वर्ग, पृथ्वी और पाताल लोक में आतंक मचाना शुरू कर दिया था। वे जहां जाते, वहां पर आतंक मचाना शुरू कर देते थे।

भगवान शिव से की थी प्रार्थना (Kartik purnima)

उनके अत्याचार से परेशान होकर ऋषि-मुनि और देवताओं ने भगवान शिव से प्रार्थना की। इसके बाद भगवान शिव ने वध करने का फैसला लिया। वध करने के लिए भोलेनाथ ने एक खास दिव्य रथ बनवाया, जिसमें उन्होंने पृथ्वी को रथ का आधार बनाया, सूर्य और चंद्रमा को पहिए, मेरु पर्वत को धनुष और वासुकी नाग को धनुष की डोर। भगवान विष्णु स्वयं बाण बने। शिव उस रथ पर सवार हुए।

एक बाण ने तीनों को भेद दिया (Kartik purnima)

कार्तिक पूर्णिमा के दिन अभिजित नक्षत्र में तीनों पुरियां एक पंक्ति में आईं। शिव ने एक ही बाण से तीनों को भेद दिया और त्रिपुरासुर को भस्म कर दिया। इस विजय से शिव ‘त्रिपुरारी’ कहलाए। वध के बाद खुश होकर देवताओं ने काशी में दीप दान कर उत्सव मनाया।

मान्यता है कि इसके बाद से ही कार्तिक पूर्णिमा को ‘देव दीपावली’ कहा जाने लगा। कार्तिक पूर्णिमा के दिन वाराणसी में देव दीपावली धूमधाम से मनाई जाती है।

Source : IANS

डिस्क्लेमर: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में Khabarwala24.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर Khabarwala24.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है।

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Khabarwala24 पर. Hindi News और India News in Hindi  से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन करें, Twitter पर फॉलो करें और Youtube Channel सब्सक्राइब करे।

spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related News

Breaking News