Khabarwala 24 News New Delhi: Snoring खर्राटे एक कर्कश या कर्कश आवाज है जो तब होती है, जब हवा आपके गले में शिथिल ऊतकों से होकर गुजरती है, जिससे सांस लेते समय ऊतक कंपन करने लगते हैं। आपको बता दें कि हर कोई कभी न कभी खर्राटे लेता ही है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह एक समस्या हो सकती है। कभी-कभी यह किसी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति का संकेत भी हो सकती है। लाइफस्टाइल में बदलावों से खर्राटों को रोकने में मदद मिल सकती है।
खर्राटों का कारण (Snoring)
खर्राटे (Snoring)अक्सर ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) नामक स्लीपिंग डिसऑर्डर से जुड़े होते हैं लेकिन हर खर्राटे ओएसए नहीं होते। ओएसए की पहचान अक्सर तेज खर्राटों से होती है। इसमें आप तेज खर्राटे या हांफने की आवाज के साथ जाग सकते हैं। लेकिन यदि खर्राटों के साथ नीचे दिखने वाले लक्षण दिखते हैं तो वह ओएसए हो सकता है।
खर्राटों का कारण (Snoring)
नींद के दौरान सांस रुकना
दिन में बहुत नींद आना
जागने पर गले में ख़राश होना
रात में हांफना या दम घुटना
रात में सीने में दर्द
हाई ब्लड प्रेशर
तेज खर्राटे
(यदि आपमें उपरोक्त कोई भी लक्षण हो तो अपने डॉक्टर से मिलें)
बदलें लाइफस्टाइल (Snoring)
आपके खर्राटों का इलाज करने के लिए, आपका डॉक्टर सबसे पहले लाइफस्टाइल में बदलाव करने के लिए कहता है, जैसे:
वजन कम करना
सोने से पहले शराब पीना
नाक बंद का इलाज कराना
पीठ के बल ना सोना
नींद की कमी से बचना
यह भी पढ़े: https://www.khabarwala24.com/five-peels-useful-glowing-skin/
सोते समय करवट ले (Snoring)
पीठ के बल सोने से कभी-कभी आपकी जीभ आपके गले के पीछे चली जाती है जो आपके गले से हवा के प्रवाह को आंशिक रूप से अवरुद्ध कर देती है। हवा को आसानी से प्रवाहित करने और अपने खर्राटों (Snoring)को कम करने या रोकने के लिए आपको करवट लेकर सोना ही पड़ सकता है।
नींद पर्याप्त लें (Snoring)
जानकारों के अनुसार , आपको 7-9 घंटे की नींद हर रात लेनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो अगली रात खर्राटे आ सकते हैं। दरअसल, नींद की कमी से आपके खर्राटों का खतरा बढ़ सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह आपके गले की मांसपेशियों को आराम पहुंचा सकता है, जिससे आपको वायुमार्ग में रुकावट होने की अधिक संभावना हो सकती है. खर्राटों से आपकी नींद की कमी का खतरा भी बढ़ सकता है क्योंकि इससे नींद में बाधा आती है.
सिर को ऊपर उठाएं (Snoring)
अपने बिस्तर के सिरहाने (सिर रखने वाले हिस्से) को कुछ इंच ऊपर उठाने से आपकी नाक के वायुमार्ग खुले रहकर खर्राटों (Snoring)को कम करने में मदद मिल सकती है। थोड़ी अतिरिक्त ऊंचाई पाने के लिए आप बेड राइजर या तकिए का उपयोग कर सकते हैं।
इनका करें उपयोग (Snoring)
नासिका मार्ग में जगह बढ़ाने में मदद के लिए स्टिक-ऑन नेजल स्ट्रिप्स को आपकी नाक के पुल पर रखा जा सकता है। यह आपकी श्वास को अधिक प्रभावी बना सकता है और आपके खर्राटों (Snoring)को कम या समाप्त कर सकता है। आप एक बाहरी नेजल डाइलेटर भी आजमा सकते हैं जो एक चिपकने वाली पट्टी होती है जिसे नाक के ऊपर नासिका छिद्रों पर लगाया जाता है। इससे वायुप्रवाह प्रतिरोध कम हो सकता है जिससे सांस लेना आसान हो जाता है.
धूम्रपान ना करें (Snoring)
धूम्रपान एक ऐसी आदत है जो आपके खर्राटों (Snoring)को खराब कर सकती है। एक स्टडी के अनुसार, खर्राटों का एक संभावित कारण यह है कि धूम्रपान से ओएसए का खतरा बढ़ सकता है या स्थिति खराब हो सकती है. इसलिए स्मोकिंग से दूर रहें।
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं। Khabarwala 24 News इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें।
