Hapur के श्री संतोषी माता मंदिर में भगवान गणपति की 11-दिवसीय आरती पूजा का भव्य समापन

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Khabarwala 24 News Hapur: Hapur के जैन गली, कोठी गेट स्थित श्री संतोषी माता मंदिर में भगवान गणपति महाराज की 11-दिवसीय प्रातःकालीन और सायंकालीन आरती पूजा का आज भव्य समापन हुआ। गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर आयोजित इस धार्मिक कार्यक्रम में शहर के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। भक्तों ने मंदिर में बप्पा के मनमोहक दर्शन किए और उनकी कृपा का आशीर्वाद प्राप्त किया। समापन समारोह में 11 आरतियों के थाल के साथ भव्य आरती की गई, जो दर्शनीय थी, और इसके बाद भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया।

11 दिनों तक भक्ति में डूबा मंदिर (Hapur)

गणेश चतुर्थी से शुरू हुई इस 11-दिवसीय पूजा में भक्तों ने सुबह-शाम भगवान गणेश की आरती और पूजा-अर्चना में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था, और भगवान गणपति की मूर्ति के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने भगवान गणेश को फूल, माला, मोदक, लड्डू और अन्य भोग अर्पित किए। इस दौरान मंदिर परिसर भक्ति भजनों और जयकारों से गूंजता रहा। यह आयोजन भक्तों के लिए आध्यात्मिक उल्लास और श्रद्धा का केंद्र बना रहा।

भव्य समापन समारोह (Hapur)

आज के समापन समारोह में भगवान गणपति की 11 थालों से सजी भव्य आरती ने सभी का मन मोह लिया। आरती के दौरान मंदिर परिसर में भक्ति का अद्भुत माहौल था। इसके बाद भगवान को भोग अर्पित किया गया, और फिर श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। इस आयोजन में स्थानीय भक्तों के साथ-साथ नगर के गणमान्य व्यक्तियों ने भी हिस्सा लिया। पूजा और आरती की व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने में मंदिर समिति और स्वयंसेवकों का विशेष योगदान रहा।

आयोजन में सहयोगी (Hapur)

इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने में पंडित शेरा मिश्रा, हर्षित गर्ग, सुमित वर्मा, हर्ष शर्मा, हिमांशु वर्मा, हर्षवर्धन शर्मा, अभिषेक बंसल, सुशील वर्मा, मयंक वर्मा, पीयूष बंसल, छोटू जैन, योगेंद्र अग्रवाल (मोनू) और अन्य स्वयंसेवकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी मेहनत और समर्पण ने इस आयोजन को भव्य और व्यवस्थित बनाया। मंदिर समिति ने सभी भक्तों और सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

सामाजिक और धार्मिक महत्व (Hapur)

यह 11-दिवसीय पूजा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण थी, बल्कि इसने सामाजिक एकता को भी बढ़ावा दिया। विभिन्न समुदायों के लोग एक साथ आए और भगवान गणेश की भक्ति में लीन हुए। गणेश चतुर्थी के इस आयोजन ने हापुड़ के लोगों में आध्यात्मिकता और उत्साह का संचार किया। भक्तों का मानना है कि भगवान गणेश की कृपा से उनके जीवन के सभी विघ्न दूर होंगे और सुख-समृद्धि प्राप्त होगी।

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