Khabarwala 24 News New Delhi : Sailfish Fish महासागरों के जीव अनोखी आकृतियों के लिए मशहूर हैं। इनमें से एक है सेलफिश मछली, जो अपने खूबसूरत और अनोखे आकार के लिए जानी जाती है। इनकी सबसे मशहूर बात इनकी रफ्तार बुलेट की तरह है। यह दुनिया की सबसे तेज भागने वाली मछली है। अपनी रफ्तार से ये कारों को पछाड़ने का दम रखती है। सेलफिश का वजन करीब 90 किलो के आसपास होता है और इनकी लंबाई करीब 2 से 3 मीटर तक होती है। इनकी पीठ पर लगा मीनपंख एक “सेल” यानी पाल की तरह दिखता है। यह पाल कई बार उनके शरीर से भी लंबा दिखता है।
तेज रफ्तार के लिए ही पहचानी जाती सेलफिश (Sailfish Fish)
यह करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तैर सकती है। एक ओलंपिक तैराक 8 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तैरता है। वहीं सबसे तेज शार्क करीब 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तैर सकती हैं। सेलफिश लंबी नीले भूरे रंग की मछली होती है। ये अटलांटिक, प्रशांत और हिंद महासागर के गर्म पानी में पाई जाती हैं, जबकि ये भारत के और उसके आसपास के तटीय इलाकों में भी देखी जाती हैं। मजेदार बात यह है कि ये मछली उन मछलियों में नहीं आती है जिन्हें खाया जाता है बल्कि इन्हें केवल मजे के लिए पकड़ा जाता है।
गोता लगा सकती है 335 मीटर की गहराई तक (Sailfish Fish)
सेलफिश कई बार हवा में लंबी छलांग लगाती हैं। ये कई बार 335 मीटर की गहराई तक गोता लगाकर अपने शिकार को पकड़ती देखी जाती है पर ये अकेले शिकार नहीं करती। ये मछलियां समूह में रहकर एक साथ शिकार करती हैं। सेलफिश में 20 सीधी पट्टियां होती है जिनमें धुंधले बिंदु होते हैं जो नीले होते हैं। सेलफिश मछलियों की एक खास बात उनकी चोंच मानी जाती है। उनका मुंह का ऊपर का जबड़ा नीचे की तुलना में बड़ा होता है। इस वजह से ये बिलफिश समूह की मछलियां मानी जाती हैं।
भूमध्य रेखा के पास चली आती हैं सर्दी होने पर (Sailfish Fish)
सेलफिश प्रवासी मछलियां होती हैं. ये पानी के ठंडा होने पर भूमध्य रेखा के पास चली आती हैं। जब यहां गर्मी का मौसम होता है तो फिर ये उच्च अक्षांशो की ओर चली जाती हैं फिर भी ये बहुत ठंडे पानी में नहीं जाती हैं और इन्हें गर्म पानी की मछलियां ही मान लिया जाता है। ये खुले महासागर में सतह के पास ही रहना पसंद करती हैं। मिलाप के समय में मादा सेलफिश नर सेलफिश को अपने मीन पंख से रिझाने का काम करती हैं। नर सेलफिश आक्रामक स्वभाव के माने जाते हैं और साथी के लिए दूसरे नर सेलफिश से कड़ा मुकाबला भी करते हैं।
समुद्री जीवन के लिए खतरा इंसानी गतिविधियां (Sailfish Fish)
नर स्पर्म और मादा अपने लाखों अंडे छोड़ती है. जिससे भ्रूण बनने की संभावना अधिक हो जाती है। इनके बच्चे शुरू में बहुत ही छोटे होते हैं। इन मछलियों की सबसे ज्यादा लंबाई शुरू के एक साल में ही बढ़ती है। जिस तरह इंसानी गतिविधियां समुद्री जीवन के लिए खतरा बन रही हैं उसी तरह का खतरा सेलफिश को भी है। हैरानी की बात यह है कि इनकी भोजन के लिहाज से अहमितय बहुत कम होती है फिर भी कई लोग मनोरंजन के लिए शिकार करते हैं। इससे उनके रहने वाले इलाके का सबसे ज्यादा खतरा रहता है।