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Gujarat Bridge Collapse: गुजरात में वडोदरा-आणंद को जोड़ने वाला गंभीरा ब्रिज टूटा, 9 लोगों की मौत, कई वाहन नदी में गिरे

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Khabarwala24 News Gujarat Bridge Collapse: गुजरात के वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ने वाला गंभीरा ब्रिज (Gambhira Bridge) बुधवार, 9 जुलाई 2025 को सुबह अचानक टूट गया। यह ब्रिज महिसागर नदी पर बना था और मध्य गुजरात को सौराष्ट्र से जोड़ने में अहम भूमिका निभाता था। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद कई वाहन नदी में जा गिरे, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन और आपदा राहत टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है, और गोताखोर नदी में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं। इस हादसे ने पूरे गुजरात में हड़कंप मचा दिया है।

गंभीरा ब्रिज हादसा: क्या हुआ? (Gujarat Bridge Collapse)

गुजरात (Gujarat) में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के बीच यह बड़ा हादसा सामने आया है। जानकारी के अनुसार, 45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज सुबह अचानक बीच से दो टुकड़ों में बंट गया। यह ब्रिज वडोदरा और आणंद को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण पुल था। हादसे के समय पुल पर कई वाहन मौजूद थे, जिनमें दो भारी ट्रक और एक बोलेरो जीप शामिल थे। ये सभी वाहन नदी में जा गिरे। एक टैंकर इस हादसे में बाल-बाल बच गया।

स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ, जिसमें स्थानीय तैराकों और नगरपालिका की टीमों ने हिस्सा लिया। वडोदरा के कलेक्टर डॉ. अनिल धामेलिया ने बताया कि अभी तक नदी से 9 शव बरामद किए जा चुके हैं, और 6 घायलों को वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

रेस्क्यू ऑपरेशन और राहत कार्य (Gujarat Bridge Collapse)

हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई शुरू की। दमकल विभाग, पुलिस, और गोताखोरों की टीमें मौके पर पहुंचीं। गोताखोरों की मदद से नदी में फंसे लोगों की तलाश की जा रही है। अभी तक 6 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। वडोदरा कलेक्टर ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह से ही चल रहा है, और राहत कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।

राज्य सरकार के प्रवक्ता और मंत्री ऋषिकेश पटेल ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि ब्रिज की पहले भी मरम्मत की गई थी, लेकिन इस हादसे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं, और मेडिकल व इंजीनियरों की टीमें भी मौके पर भेजी गई हैं।

पीएम मोदी ने जताया दुख, मुआवजे की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंभीरा ब्रिज हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “वडोदरा में पुल गिरने की घटना से बहुत दुखी हूं। इस हादसे में कई लोगों की जान गई है। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।”

पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है।

विपक्ष ने उठाए सवाल

हादसे के बाद विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है। गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता अमित चावड़ा ने सोशल मीडिया पर हादसे का वीडियो साझा करते हुए सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गंभीरा ब्रिज लंबे समय से खराब स्थिति में था, और इसकी मरम्मत के लिए कई बार शिकायतें की गई थीं, लेकिन प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया। चावड़ा ने मांग की कि सरकार तुरंत बचाव कार्य तेज करे और यातायात के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करे।

यातायात पर बड़ा असर, लंबा जाम

गंभीरा ब्रिज (Gambhira Bridge) के टूटने से वडोदरा और आणंद के बीच यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई हैं। पुलिस ने यातायात को डायवर्ट कर दिया है, लेकिन अब लोगों को वडोदरा से आणंद या आणंद से वडोदरा जाने के लिए 40 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। इस हादसे ने स्थानीय लोगों की आवाजाही पर बड़ा असर डाला है।

हादसे की वजह और जांच (Gujarat Bridge Collapse)

हादसे की सटीक वजह अभी तक सामने नहीं आई है। हालांकि, भारी बारिश को इसके लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। गंभीरा ब्रिज 45 साल पुराना था, और इसकी मरम्मत पहले भी की गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि पुराने ढांचे और लगातार बारिश ने ब्रिज की नींव को कमजोर कर दिया होगा। गुजरात सरकार ने हादसे की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

लोगों में दहशत, भविष्य की चिंता

यह हादसा न केवल एक बड़ी त्रासदी है, बल्कि गुजरात में बुनियादी ढांचे की स्थिति पर भी सवाल उठाता है। स्थानीय लोग इस बात से चिंतित हैं कि अगर समय रहते पुराने पुलों की मरम्मत और रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में ऐसे हादसे और बढ़ सकते हैं। गंभीरा ब्रिज मध्य गुजरात और सौराष्ट्र को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण रास्ता था, और इसके टूटने से न केवल यातायात प्रभावित हुआ है, बल्कि व्यापार और रोजमर्रा की जिंदगी पर भी असर पड़ा है।

गंभीरा ब्रिज हादसा (Gambhira Bridge Collapse) गुजरात के लिए एक बड़ा झटका है। 9 लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने से पूरे राज्य में शोक की लहर है। सरकार और प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं, लेकिन इस हादसे ने बुनियादी ढांचे की कमियों को उजागर कर दिया है। पीएम मोदी और राज्य सरकार की ओर से पीड़ितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया गया है। इस बीच, लोगों से अपील की जा रही है कि वे वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करें और प्रशासन का सहयोग करें।

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