Saturday, July 27, 2024

Largest Number Of Trees दुनिया के इस देश में हैं सबसे ज्यादा पेड़, संख्या सुन उड़ जाएंगे होश

Join whatsapp channel Join Now
Folow Google News Join Now

Khabarwala 24 News New Delhi: Largest Number Of Trees दुनियाभर में पेड़ काटे जा रहे हैं। आवास के लिए और अपनी सुविधाओं के लिए जंगल को काटने से पर्यावरण प्रभावित हो रहा है, जिससे मौजूदा समय में भी कई देश जलवायु परिवर्तन से होने वाले खतरों का सामना कर रहे हैं। वहीं एक देश ऐसा भी है जो दुनिया में सबसे ज्यादा पेड़ों के लिए जाना जाता है। इस देश में पेड़ों की संख्या इतनी है कि आपको जब पता चलेगा तो शायद आप भी चौंक जाएं। चलिए इस देश के बारे में आज आपको बतातें हैं…

दुनिया में सबसे ज्यादा इस देश में है पेड़ (Largest Number Of Trees)

आपको बता दें इस दुनिया में सबसे ज्यादा पेड़ किस देश में है ये सवाल जब भी उठता है तो मुंंह पर सीधे रूस का नाम आ जाता है। रूस दुनिया में सबसे ज्यादा पेड़ों के लिए जाना जाता है। इस देश में पेड़ों की संख्या 641 अरब है। जो दुनिया में सबसे ज्यादा हैं।

दुनिया का क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा देश (Largest Number Of Trees)

रूस क्षेत्रफल की दृष्टि से दुनिया का सबसे बड़ा देश है। जिसका क्षेत्रफल भारत से लगभग 5 गुना ज्यादा है। एक क्षेत्रफल 17,125,191 किमी है। रूस में वन क्षेत्र लगभग 8,249,300 वर्ग किमी में फैला हुआ है। इस देश में कुल भूमि के लगभग 45 प्रतिशत भाग में वन हैं।

सबसे ज्यादा पेड़ों वाला दुनिया में दूसरा देश (Largest Number Of Trees)

इस सूची में दूसरे नंबर पर कनाडा का नाम आता है। कनाडा के वन क्षेत्र का कुल आकार लगभग 4,916,438 वर्ग किमी है। ये देश के कुल भूमि क्षेत्र का लगभग 30 प्रतिशत भाग कवर करता है। तीसरे नंबर पर ब्राजील का नाम आता है। अमेजन दुनिया का सबसे बड़ा उष्णकटिबंधीय वर्षावन है, इसका लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा ब्राजील में स्थित है। इसलिए ब्राजील में लगभग 4,776,980 वर्ग किमी का विशाल वन क्षेत्र है, जो देश के कुल भूमि क्षेत्र का लगभग 56 प्रतिशत है। यही वजह है कि इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर ब्राजील का नाम आता है।

यह भी पढ़ें...

latest news

Join whatsapp channel Join Now
Folow Google News Join Now

Live Cricket Score

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Live Cricket Score

Latest Articles

error: Content is protected !!