Khabarwala24News Noida Crime News: नोएडा की सेक्टर 58 पुलिस ने फर्जी तरीके से महिलाओं से friendship दोस्ती करवाने के नाम पर ठगी करने वाले दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी भाई सोशल मीडिया पर पेज बनाकर हाई प्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कराने का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मोबाइल 10 डेबिट कार्ड,13 मोबाइल फोन, 4 सिंम कार्ड 29 हजार रुपए आदि सामान बरामद किए है।
क्या है मामला
ADCP shakti awasthi एडीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि दोनों आरोपी भाईयों ने social media सोशल मीडिया पर अलग-अलग नामों से पेज बना रखा है। अगर कोई यूजेस इनके पेज को लाइक करता था। उन्हें यह अपने ग्रुप में जोड़ लेते थे। जहां नौकरी को लेकर वैकेंसी डालते रहते थे। साथ ही लोगों को फोन कर नौकरी लगवाने का झांसा देते थे। दोनों बेरोजगार लोगों को जिगोलो में नौकरी करने की बात कहते थे। इस नौकरी में महिलाओं से दोस्ती करवाने की बात होती थी। अगर बात बन जाती तो इनमें से एक आरोपित लड़की की आवाज में बात करके पीड़ित को अपने बातों में फसा लेता था।
एेसे करते थे ठगी
एडीसीपी शक्ति अवस्थी ADCP shakti awasthi ने बताया कि जो लोग उनके पेज को लाइक करते थे उनको मैसेज करते थे,उनसे फोन नंबर लेकर बात करते थे। एक स्पा में Jigolo जिगोलो का काम करने के लिए बात करते थे और बताते थे कि एक क्लाइंट के 25 से 30 हजार रुपये मिलेंगे। इंटरनेट से कुछ लड़कियों की फोटो लेकर वाट्सअप पर भेजते थे ताकि लोगों को लगे कि यह लोग फर्जी नहीं हैं। उन्होंने बताया कि पूछताछ करने पर पता चला कि उनका पैसे लेने का तरीका यह था कि पहले मैबरशिप के नाम पर तीन से चार हजार रुपये लेते थे, फिर नवीनीकरण के नाम पर और उसके बाद एक किट के नाम पर 10 से 15 हजार पैसे लेते थे। किट के बारे में बताते थे कि यह किट उन्हें क्लाइंट के पास लेकर जानी है। इसके अलावा भी कई तरीकों से पैसे एेंठने का काम करते थे।
इन पेजों का करते थे इस्तेमाल
एडीसीपी शक्ति अवस्थी ADCP shakti awasthi ने बताया कि आरोपी भाईयों ने Friendship club फ्रेंडशिप क्लब नाम से बहुत सारे फेसबुक, इस्टाग्राम पर पार्ट टाईम जाब, राधिका फ्रेडसक्लब, ड्रीम फ्रेंडशिप क्लब, साथिया फ्रेंडशिप क्लब आदि नामों से पेज बना रखे हैं। इन्हीं नामों से वेबसाईट बनाई हुई है। इन पेजों पर इनके द्वारा देश के अलग-अलग शहरों की महिलाओं से मीटिंग करा कर पैसा कमाने का झांसा देते थे।