Khabarwala 24 News New Delhi: Ayodhya Ram Mandir अयोध्या में जब कोई पर्यटक या दर्शनार्थी पहुंचेगा तो कहां-कहां घूमेगा। इसको लेकर यहां पूरी व्यवस्था की गई है। अगर आप लखनऊ-गोरखपुर हाइवे के रास्ते अयोध्या में प्रवेश कर रहे हैं तो सरयू पुल से पहले आपको जो मार्ग मिलेगा, उसका नाम धर्मपथ है। इसी रास्ते से अयोध्या में आप प्रवेश कर सकते हैं।
मंदिरों की खूबसूरत लंबी श्रृंखला (Ayodhya Ram Mandir)
धर्मपथ पर चलने पर करीब दो किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद लता मंगेशकर चौक आएगा, जिसे नया घाट भी कहते हैं। इसके ठीक सामने राम की पैड़ी है और इसके किनारे मंदिरों की खूबसूरत लंबी श्रृंखला है। राम की पैड़ी के किनारे ही अति प्राचीन और प्रतिष्ठित मंदिर नागेश्वर नाथ भी है। अयोध्या पहुंचने वाले लोग यहां भोलेनाथ के दर्शन जरूर करते हैं। सरयू की जलधारा राम की पैड़ी से होकर वापस सरयू में मिल जाती है। इसके किनारे सरयू का तट दिखाई देगा, जहां आप नौकायन और मोटर बोट का आनंद उठा सकते हैं।
क्या है राजकुमारी पार्क की विशेषता (Ayodhya Ram Mandir)
राम की पैड़ी का लुत्फ लेने के बाद जब आप लौट कर लता मंगेशकर चौक पहुंचेंगे तो अयोध्या की राजकुमारी का पार्क देख सकते हैं, जिन्हें दक्षिण कोरिया में रानी के नाम से जाना जाता है। राजकुमारी का पार्क इसी नाम से है। दक्षिण कोरिया में उनकी शादी कर्क वंश के राजकुमार से हुई थी. आज दक्षिण कोरिया की बड़ी आबादी इसी वंश की है।
अयोध्या का सेनापति और राजा हनुमानगढ़ी मंदिर (Ayodhya Ram Mandir)
लता मंगेशकर चौक से बाईं तरफ मुड़ते ही आप श्री राम पथ पर पहुंचेंगे , जो लगभग 14 किलोमीटर लंबा है और सीधे आगे जाकर सहादतगंज बायपास के पास लखनऊ गोरखपुर हाइवे से जुड़ जाता है। लता मंगेशकर चौक से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर हनुमानगढ़ी मंदिर मिलेगा, जिन्हें अयोध्या का सेनापति और राजा दोनों माना जाता है।
कनक भवन मंदिर के बारे में क्या है मान्यता (Ayodhya Ram Mandir)
हनुमानगढ़ी के बगल में ही दशरथ महल और कनक भवन मंदिर है। कनक भवन मंदिर के बारे में मान्यता है कि माता सीता को कैकई ने मुंह दिखाई में यह सोने का महल दिया था। श्री राम जन्मभूमि मंदिर जाने के लिए दशरथ महल के पास से भी रास्ता है और हनुमानगढ़ी के रास्ते बाहर निकलकर राम पथ के जरिए भी आप श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य मार्ग पर पहुंच सकते हैं।
जन्मभूमि पथ से प्रवेश करते ही बाएं तरफ आपको ट्रस्ट सुविधा केंद्र मिलेगा, जहां सामान रखने के लिए मुफ्त लॉकर , स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। अगर किसी को चलने में असुविधा है तो सहायक के साथ उसे पहुंचाने की भी व्यवस्था है। यहीं पर मंदिर में दोपहर और सायंकाल आरती का पास भी मिल जाता है।
ब्रह्मकुंड गुरुद्वारा व जैन मंदिर भी जा सकते हैं (Ayodhya Ram Mandir)
इसके अलावा अयोध्या में ब्रह्मकुंड गुरुद्वारा भी जा सकते हैं, जहां से सिखों ने राम मंदिर को मुक्त करने के लिए संघर्ष किया था। गुरु गोविंद सिंह भी अपने जीवनकाल में यहां आ चुके हैं। इसलिए इसे एक पवित्र स्थान माना जाता है। इसके अलावा अयोध्या में सुप्रसिद्ध जैन मंदिर भी है, जहां जैन धर्म से जुड़े कई तीर्थंकर रह चुके हैं।
अयोध्या में कई प्रसिद्ध कुंड भी हैं, जिसमें सूर्य कुंड, भरत कुंड, विद्या कुंड, दंत धवन कुंड समेत कई ऐसे कुंड हैं, जिनका ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इन कुंडों का सौंदर्यीकरण कर दिया गया है, जिससे यह स्थान मनोहारी लगते हैं।