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UP News यूपी में बिजली संकट: ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का सख्त रुख, ऑडियो शेयर कर दी अधिकारियों को चेतावनी, सुनिए आडियो

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Khabarwala 24 News Lucknow: UP News उत्तर प्रदेश में बिजली कटौती और अधिकारियों की असंवेदनशीलता के खिलाफ ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक उपभोक्ता और बस्ती जिले के अधीक्षण अभियंता के बीच हुई बातचीत का ऑडियो शेयर किया। यह ऑडियो एक पूर्व सांसद ने उन्हें भेजा था, जिसमें एक मोहल्ले में 10 घंटे से अधिक समय तक बिजली गुल रहने की शिकायत थी। शर्मा ने सख्त लहजे में कहा, “अधिकारी सुधर जाएं, वरना परिणाम भयंकर होंगे।”

ऑडियो में क्या? (UP News)

ऑडियो में बस्ती के अधीक्षण अभियंता प्रशांत सिंह का असंवेदनशील रवैया उजागर हुआ। शिकायतकर्ता ने बताया कि सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक बिजली न होने के बावजूद अधिकारी फोन नहीं उठा रहे थे। जब अधीक्षण अभियंता से बात हुई, तो उनका लहजा अमर्यादित और उदासीन था। शर्मा ने इसे सरकार की छवि खराब करने की साजिश करार दिया।

सख्त कार्रवाई: अधिकारी निलंबित (UP News)

ऊर्जा मंत्री ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अधीक्षण अभियंता प्रशांत सिंह को निलंबित कर दिया। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें। त्वरित और उचित भाषा में संवाद करें, वरना परिणाम भयंकर होंगे।” यह कार्रवाई विभाग में सुधार की दिशा में एक मजबूत कदम है।

पहले भी जताई थी नाराजगी (UP News)

पिछले हफ्ते लखनऊ में हुई समीक्षा बैठक में शर्मा ने बिजली अधिकारियों की कार्यशैली पर जमकर फटकार लगाई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि अधिकारी झूठी रिपोर्ट्स पेश करते हैं और जनता की शिकायतों को नजरअंदाज करते हैं। शर्मा ने यह भी कहा था कि कुछ अधिकारी उन्हें बदनाम करने की “सुपारी” ले चुके हैं। एक उदाहरण में उन्होंने बताया कि एक उपभोक्ता को 72 करोड़ रुपये का बिजली बिल भेजा गया, जो विभाग की लापरवाही को दर्शाता है।

व्हाट्सएप मैसेज में शिकायत का जिक्र (UP News)

शर्मा ने उस व्हाट्सएप मैसेज का भी उल्लेख किया, जो उन्हें पूर्व सांसद ने भेजा था। मैसेज में लिखा था: “माननीय मंत्री जी, बस्ती शहर के एक बड़े मोहल्ले में सुबह 10 बजे से बिजली नहीं है। रात 8 बजे तक अधिकारियों के फोन न उठाने पर अधीक्षण अभियंता से बात हुई, लेकिन उनका रवैया असंवेदनशील था। यह साफ है कि सरकार की छवि जानबूझकर खराब की जा रही है।”

1912 टोल फ्री की सेवा विकल्प नहींः एके शर्मा (UP News )

उन्होंने आगे कहा, “यही बात मैंने 3 दिन पहले UPPCL के चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) और अन्य अधिकारियों को कहा था। साथ ही कड़े शब्दों में यह भी कहा था कि 1912 की टोल फ्री व्यवस्था या अन्य टेक्नोलॉजी आधारित व्यवस्था मानवीय व्यवस्था की पूरक हो सकती है, विकल्प नहीं हो सकती।”

1912 पर ही शिकायत दर्ज कराने को लेकर एकमात्र विकल्प की बात को गलत ठहराते हुए बिजली मंत्री ने कहा, “मैंने कहा था कि ऐसे कई गलत, असामयिक और अव्यवहारिक निर्देशों की वजह से जनता को परेशानी हो रही है। अफसरों ने फोन उठाना बिल्कुल ही बंद कर दिया है। तितलौकी थी ही, अब नीम पर चढ़ गई. अनेक ऐसे गलत निर्णय हमारे बार-बार लिखित या मौखिक रूप से मना करने के बावजूद किए गए हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि हर किसी ने बैठक में मुझसे असत्य बोला कि 1912 पर ही शिकायत करने के लिए कोई निर्देश नहीं दिया गया है।

शर्मा ने बताया कि उन्होंने यूपीपीसीएल के चेयरमैन और एमडी को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि 1912 टोल-फ्री व्यवस्था केवल सहायक हो सकती है, इसका विकल्प नहीं। इसके बावजूद, अधिकारियों ने फोन उठाना बंद कर दिया। उन्होंने लिखा, “तितलौकी थी ही, अब नीम पर चढ़ गई।”

सोशल मीडिया पर हलचल (UP News)

शर्मा की इस कार्रवाई ने ‘एक्स’ पर खूब चर्चा बटोरी। कई यूजर्स ने उनकी सख्ती की तारीफ की, जबकि कुछ ने सवाल उठाया कि बिजली विभाग की व्यवस्था में कब तक सुधार होगा।

उचित भाषा में संवाद करें अधिकारीः एके शर्मा

अपने लंबे पोस्ट में बिजली मंत्री ने अफसरों को हिदायत देते हुए कहा, “बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को एक बार फिर से कह रहा हूं कि जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें।उनसे त्वरित और उचित भाषा में ही संवाद करें, साथ में समस्या का निराकरण भी करें. अन्यथा गंभीर भयंकर होंग।

 

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