Khabarwala24 News Hapur: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के बछलौता गांव में मंगलवार तड़के एक दुखद हादसा हो गया। गांव के निवासी राजपाल सिंह के घेर का लेंटर सुबह करीब 3 बजे अचानक भरभराकर गिर गया। इस हादसे में चार मवेशी मलबे के नीचे दब गए, जिनमें से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक मवेशी गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल छा गया है।
धमाके जैसी आवाज से गांव में दहशत (Hapur News)
लेंटर गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि यह धमाके जैसी गूंजी। इस शोर से राजपाल सिंह का परिवार और आसपास के लोग नींद से जाग गए। बाहर निकलकर देखा तो मंजर बेहद डरावना था। मलबे के नीचे मवेशी छटपटा रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि हादसा इतना भयानक था कि सभी के दिल दहल गए।
पुलिस और ग्रामीणों ने शुरू किया बचाव कार्य (Hapur News)
हादसे की सूचना तुरंत बाबूगढ़ पुलिस को दी गई। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के साथ मिलकर राहत-बचाव कार्य शुरू किया। जेसीबी मशीन की मदद से मलबा हटाया गया और मवेशियों को बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक तीन मवेशियों की जान जा चुकी थी। घायल मवेशी को इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन उसकी हालत भी नाजुक बनी हुई है।
लगातार बारिश बनी हादसे की वजह (Hapur News)
ग्रामीणों के मुताबिक, पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश ने लेंटर को कमजोर कर दिया था। बारिश के पानी से दीवारें और छत कमजोर हो गई थीं, जिसके कारण यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने कहा कि गनीमत रही कि हादसे के समय परिवार के लोग घेर में नहीं थे, वरना बड़ा हादसा हो सकता था और कई लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी।
परिवार पर टूटी आर्थिक मुसीबत (Hapur News)
इस हादसे से राजपाल सिंह के परिवार को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। मवेशी उनके परिवार की आजीविका का मुख्य स्रोत थे। मवेशियों की मौत ने परिवार को आर्थिक संकट में डाल दिया है। मृत मवेशियों को देखकर परिवार की आंखें नम हो गईं और गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा और आर्थिक मदद देने की मांग की है।
गांव में मातम और डर का माहौल (Hapur News)
हादसे के बाद बछलौता गांव में दहशत और दुख का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कई पुराने और कमजोर मकान हैं, जो बारिश के मौसम में खतरा बन सकते हैं। अगर प्रशासन समय रहते इनका निरीक्षण नहीं करता, तो भविष्य में ऐसे हादसे और बढ़ सकते हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से पुराने मकानों की जांच और मरम्मत के लिए कदम उठाने की मांग की है।
प्रशासन का बयान: पीड़ित परिवार को मिलेगी मदद (Hapur News)
घटना की जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर ईला प्रकाश ने मौके का दौरा किया और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने कहा, “यह एक दुखद घटना है। प्रशासन पीड़ित परिवार के साथ है। मवेशियों के नुकसान का आकलन किया जा रहा है। जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी, ताकि परिवार को मुआवजा और आर्थिक सहायता दी जा सके। साथ ही, गांवों में पुराने मकानों का सर्वे कराया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।”
यह हादसा न केवल राजपाल सिंह के परिवार के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक चेतावनी है। बारिश के मौसम में पुराने और कमजोर मकानों की समय-समय पर जांच जरूरी है। प्रशासन को चाहिए कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाए और जरूरतमंद परिवारों को मदद प्रदान करे।
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