खबरwala 24 न्यूज, हापुड़ : पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में मिले पोलियो के मामलों मिले हैं। इसको लेकर पोलियो का खतरा बढ़ सकता है। इस ओर स्वास्थ्य विभाग गंभीर हो गया है। नौ माह पूरे कर चुके जिले के हजारों बच्चों को अब पोलियो से सुरक्षित रखने के लिए एक और तीसरी डोल लगाई जाएगी। अभी तक सिर्फ दो डोज ही लगाई जा रही थीं।
एक जनवरी 2023 से पोलियो की तीसरी डोज लगाने का काम शुरू होगा। जिले में 860 आशाओं को टीका लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का मानना है कि टीका लगने से उनकी प्रतिरोध क्षमता में बढ़ोतरी होगी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो वर्ष 2013 में देश को पोलियो मुक्त घोषित कर दिया गया था। इसके बाद से नवजात में यह रोग न फैले, इसलिए स्वास्थ्य विभाग पोलियो ड्राप के साथ -साथ इसका टीकाकरण भी करता है। नवंबर माह में पाकिस्तान में 20 और अफगानिस्तान में 17 मामले पोलियाे के सामने आए हैं। इसके बाद बच्चों को इस खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए तीसरी डोज को सुरक्षा कवच के रूप में लगाने का निर्णय लिया गया है।
जिले में पोलियो की तीसरी डोज को नियमित टीकाकरण के तहत ही लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एक जनवरी 2023 को नौ माह की आयु पूरी करने वाले बच्चों में यह तीसरी डोज लगाई जाएगी।
इस डोज को खसरा के टीके के साथ ही लगाया जाएगा। चिकित्सकों का कहना है कि ऐसा करने से बच्चों में रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ती है और उन्हें पोलियो का खतरा नहीं हाेगा।
इतने सप्ताह में लगाई जाती बच्चों को पोलियो के टीके –
चिकित्सकों की मानें तो पोलियो की पहली डोल छह सप्ताह के बच्चे को लगाई जाती है। इसके बाद दूसरी डोज 14 सप्ताह की आयु पूरी करने पर लगाई जाती है। एक जनवरी को नौ माह की आयु पूरा करने वाले बच्चों को पोलियो की तीसरी डोज लगाने का काम किया जाएगा।
पोलियो की डोज दाएं हाथ में लगती है, लेकिन पोलियो की तीसरी डोज बच्चे के बाएं हाथ में लगाई जाएगी।
पांच वर्ष तक के बच्चों में पोलियो का बना रहता है खतरा –
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पोलियो का खतरा यूं तो सबसे ज्यादा पांच वर्ष तक के बच्चों में होने का खतरा बना रहता है। हालांकि, 15 वर्ष की आयु वाले किशोरों में इसके होने की संभावना बनी रहती है, लेकिन किशोरों में इस प्रकार के बहुत कम केस ऐसे सामने आए हैं।
क्या है पोलियो के लक्षण —
– बुखार
– गले में खराश
– सिरदर्द
– पेट दर्द
– मांसपेशियों में दर्द
– उल्टियां
– अचानक से शरीर का कोई भी अंग लुंज-पुंज होना
क्या कहते हैं अधिकारी –
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जनवरी 2023 से नौ माह की आयु पूरी कर चुके बच्चों को तीसरी अतिरिक्त सुरक्षा की डोज लगाई जाएगी। पहले दो डोज ही लगाई जाती थी। इसके लिए सभी आशाओं को प्रशिक्षित कर दिया गया है। संभवतय पड़ोसी देश में पोलियो के मामले सामने के बाद यह तीसरी डोज लगाने की निर्णय लिया गया है। शासन के निर्देश के अनुसार कार्य किया जाएगा। – डाक्टर वेदप्रकाश, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी