Khabarwala24 News Hapur :Strike of electricians की विभिन्न मांगों को लेकर चल रही 72 घंटे की हड़ताल के दूसरे दिन शनिवार को इसका कुछ असर दिखाई दिया। जिले के कई बिजलीघरों की आपूर्ति बाधित हुई। रही-सही कसर शनिवार दोपहर के समय हुई हल्की बूंदाबांदी ने पूरी कर दी। आपूर्ति गुल होने से लोगों ने बिजलीघरों के चक्कर लगाने शुरू कर दिए। समय से फाल्ट ठीक नहीं होने पर उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि फाल्टों को सही करा दिया गया। इस दौरान बिजली का बिल जमा कराने के लिए उपभोक्ताओं को भटकना पड़ा। अधिकारियों ने बिजली घरों का निरीक्षण कर आपूर्ति सुचारू कराई। एसडीएम सदर सुनीता सिंह ने कई बिजली घरों का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए।
धरने पर बैठक बिजली कर्मी, किया प्रदर्शनमेरठ रोड स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर हड़ताल पर बैठे विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक ईश्वर प्रसाद ने बताया कि विभिन्न मांगों के समाधान के लिए तीन दिसंबर 2022 को प्रदेश के ऊर्जा मंत्री की ओर से 15 दिन का समय मांगा गया था। 115 दिन बीतने के बाद भी समझौते के प्रमुख बिंदुओं को पूरा करने की दिशा में एक भी कदम आगे नहीं बढ़ाया गया है। जिसे अब बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दूसरी ओर, ऊर्जा निगम की हड़ताल से जिले भर के लाखों उपभोक्ताओं को बेहद परेशानी हुई है। जिसका सीधा असर शनिवार को दिखाई दिया। वर्षा से पहले जहां कुछ ही इलाकों में चार से पांच घंटे के लिए आपूर्ति बाधित हुई। वहीं, वर्षा के कारण जगह-जगह पर 60 से अधिक फाल्ट हुए। हालांकि, फाल्ट को ठीक करने के लिए संविदाकर्मियों की टीम लगी रहीं, लेकिन घंटों की मशक्कत के बाद भी फाल्ट ठीक नहीं हो पाए। धरना और हड़ताल पर संजय मौर्या, सुधीर कुमार, राजेश भास्कर, मनीष कुमार, मनोज कुमार, अफरोज खान, यामीन खान, आनंद मौर्या, यशवंत प्रकाश, महेंद्र कुमार प्रजापति, नीतू कुमार आदि मौजूद रहे।
इन इलाकों में विद्युत आपूर्ति रही बाधित –
शनिवार को वर्षा के कारण देहरा रामपु़र, हरोड़ा, खेड़ा वन के 33केवी के बिजलीघर बंद पड़े रहे। इन बिजलीघरों से जुड़े ग्रामीण इलाकों के उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा धौलाना के ग्राम न्यायालय, खंड विकास कार्यालय, साधन सहकारी समिति के कई मतदान केंद्रों पर सुबह से ही बिजली आपूर्ति गायब रही। शहर के दिल्ली रोड बिजलीघर से जुड़े कई मोहल्लों में सुबह के समय फाल्ट के कारण लगभग डेढ़ घंटे तक आपूर्ति प्रभावित रही। जिसमें शहर का माल रोड कहलाने वाला रेलवे रोड भी शामिल था। जहां पर देर शाम तक भी बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई। जैसे ही वर्षा शुरू हुई तो फाल्ट होने शुरू हो गए। जब वर्षा रुकी तो लोगों ने बिजलीघर के फोन घनघनाने शुरू कर दिए। बिजलीघर पर फोन उठे तो जरूर, लेकिन उपभोक्ताओं के फाल्ट ठीक होने में काफी समय लगा। उधर, अधिकारियों के सीयूजी नंबर नहीं लगे।
करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान
विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल से ऊर्जा निगम को लगभग करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। अधिकारियों की मानें तो हड़ताल की वजह से बिजली के बकाया बिल जमा नहीं हो पा रहे हैं। इसके अलावा जो उपभोक्ता नया कनेक्शन कराना चाह रहे हैं, उनके भी कनेक्शन नहीं हो पा रहे हैं।