Papaya leaf Benifits Khabarwala 24 News New Delhi: डेगूं का प्रकोप तेजी से प्रति वर्ष बढ़ता जा रहा है। बड़ी संख्या में देशभर में लोग इससे प्रभावित होते हैं। डेंगू का प्रकोप जब भी फैलता है तो लोग इस खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए दवाईयों के साथ साथ घरेलू उपाय खोजने लगते हैं। पपीते के पत्तों के डेंगू में फायदे के बारे में सोशल मीडिया पर कई दावे किए गए हैं लेकिन इन दावों के कोई वैज्ञानिक आधार है या नहीं? इस संबंध में जानकारी लेते हैं।
क्या हैं वैज्ञानिक दावे
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (एनसीबीआई) में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में एक अध्ययन में यह पाया गया है कि पपीते के पत्तों का इस्तेमाल डेंगू बुखार से बचाव में प्रभावी हो सकता है। शोधकर्ताओं ने 45 वर्षीय एक रोगी पर इस अध्ययन को आधार बनाया, जिसे डेंगू वाले मच्छर ने काटा था। पांच दिनों तक रोजाना सुबह-शाम रोगी को पपीते के पत्तों का जूस दिया गया। इलाज से पहले मरीज की खून जांच में प्लेटलेट्स, सफेद ब्लड सेल्स और न्यूट्रोफिल्स की संख्या कम पाई गई। लेकिन उसे पांच दिनों तक पपीते के जूस देने के बाद देखा गया तो मरीज का प्लेटलेट्स बढ़ गई थी। . शोधकर्ताओं की माने तो पपीते के पत्ते डेंगू पर असरदार साबित हुए हैं। इसको और भी वायरल बीमारियों के इलाज में उपयोग किया जा सकता है.
पपीता के रस से कैसे बढ़ जाती हैं प्लेटलेट्स
पपीता में पाए जाने वाले कुछ रसायन और पोषक तत्व प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं। पपीता में कैर्पेन, विटामिन c, फाइबर, फोलेट और विटामिन A जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो प्लेटलेट्स के उत्पादन और निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कैर्पेन प्लेटलेट उत्पादन को बढ़ावा देता है। विटामिन C और फाइबर भी प्लेटलेट्स के निर्माण में सहायक होते हैं। विटामिन A प्लेटलेट्स उत्पत्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। फोलेट रक्त कोशिका निर्माण के लिए आवश्यक होता है। तो पपीते के इन पोषक तत्वों की वजह से प्लेटलेट की संख्या बढ़ता है, लेकिन आपको यह भी बता दें कि डेंगू के इलाज के लिए चिकित्सा से सलाह बहुत जरूरी होता है। इसमें लापरवाही न बरती जाए।