Khabarwala 24 News New Delhi : Panchgrahi Yog2024 ग्रह-गोचर के मामले में अगला महीना यानी जून 2024 कुछ कम नहीं रहने वाला है। इस महीने में 5 ग्रहों की युतियों से एक ऐसा खतरनाक पंचग्रही योग बन रहा है, जिसकी अवधि भले कम समय के लिए होगी, लेकिन इसका असर काफी समय तक लोगों को परेशान करता रहेगा।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, जून माह में बनने वाले इस पंचग्रही योग का निर्माण वृषभ राशि में हो रहा है। जिन 5 ग्रहों की युति से यह दुर्लभ योग बनेगा, वे हैं- सूर्य, गुरु, शुक्र, बुध और चंद्रमा। इस पंचग्रही योग का निर्माण में सबसे बड़ी भूमिका चंद्रमा की है, क्योंकि चंद्रमा के अलावा वृषभ राशि में बाकी 4 ग्रह पहले से ही विराजमान होंगे। आइए जानते हैं, जून 2024 में यह पंचग्रही कब बन रहा है और इसका असर क्या होगा?
आखिर कब बन रहा पंचग्रही योग? (Panchgrahi Yog 2024)
पंचांग के अनुसार वृषभ राशि में अगले महीने बनने वाला यह योग 5 ग्रहों की युति से वृषभ राशि में 5 जून को सुबह 4 बजकर 14 मिनट पर बनेगा, जो 7 जून की सुबह 7 बजकर 55 मिनट कायम रहेगा। वृषभ राशि में बन रहे इस पंचग्रही योग में शामिल सभी ग्रहों की तिरछी दृष्टि केतू ग्रह पर रहेगी।
पंचग्रही योग को काफी खतरनाक बताया जा रहा (Panchgrahi Yog 2024 )
बता दें, यह पंचग्रही योग कालपुरुष के 10वें भाव (घर) में बन रहा है। इस भाव से सभी ग्रहों की पंचम दृष्टि द्वितीय भाव में स्थित छाया ग्रह केतु पर रहेगी, जो काफी असरकारी सिद्ध होने के योग बना रहा है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, साल 2024 से पहले इस प्रकार का पंचग्रही योग अब से 300 साल पहले सन 1724 में बना था, जिसकी पुनरावृत्ति इस साल भी हो रही है। इस साल बनने वाले पंचग्रही योग को काफी खतरनाक बताया जा रहा है, जिसका असर काफी दूरगामी होगा।
पंचग्रही योग का दुनिया पर असर (Panchgrahi Yog 2024)
पंचग्रही योग 2024 का असर राजनीति, अर्थव्यवस्था, व्यापार, शिक्षा, मौसम और कृषि सहित विभिन्न जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ेगा। कई देशों की राजनीति में उथल-पुथल रहने की संभावना है, वहीं कुछ देशों में तख्ता पलट भी हो सकता है, राजनीतिक नेताओं पर हमले भी हो सकते हैं। रोजमर्रा उपयोग की जरूरी वस्तुओं की कीमत में काफी इजाफा होने के योग हैं, जो जनता में असंतोष और विद्रोह की भावना विकसित कर सकता है।
संक्रामक बीमारियां बढ़ने के भी योग हैं (Panchgrahi Yog 2024 )
व्यापार में लाभ कम होने से व्यवसायियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, कोचिंग संस्थानों की फीस में बढ़ोतरी से जेब पर असर पड़ेगा। शिक्षा की गुणवत्ता में ह्रास होने के योग बन रहे हैं। हद से अधिक तापमान और बारिश का असर खेतीबारी पर पड़ेगा, फसल का उत्पादन प्रभावित हो सकता है। संक्रामक बीमारियां बढ़ने के भी योग हैं।
Disclaimer : यहां दी गई जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। Khabarwala 24 News इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।