CLOSE AD

Old Age Home 22 बेसहारा बुजुर्गों की उम्मीद है आशाबेन राजपुरोहित, सेवा के लिए छोड़ा अपना खुद का परिवार

Join whatsapp channel Join Now
Join Telegram Group Join Now

Khabarwala 24 News New Delhi : Old Age Home पिता को दिए एक वचन के लिए डीसा (गुजरात) की 30 साल की आशाबेन राजपुरोहित ने अपनी गृहस्थी छोड़ दी और अब वह एक बेटी की तरह 22 बुजुर्गों की सेवा करती हैं। गुजरात के डीसा में ‘सुदामा वृद्धाश्रम’ चला रहीं आशा ने अपने बेटे को भी खुद से दूर कर दिया, ताकि वह अपना पूरा जीवन ओल्ड एज होम में रह रहे बुज़ुर्गों की सेवा में लगा सकें। आज वह यहां इन बुजुर्गों का परिवार बनकर रहती हैं। दरअसल, इस ओल्ड एज होम की शुरुआत 14 साल पहले उनके पिता कांतिलाल राजपुरोहित ने की थी। उन्होंने आस-पास के बेसहारा और दिव्यांग बुजुर्गों की सेवा के लिए इस आश्रम की शुरुआत की थी।

पिता कांतिलाल राजपुरोहित ने की शुरुआत | Old Age Home

करीबन 10 साल अपने दम पर आश्रम चलाने के बाद उनका निधन हो गया। अपने आखिरी समय में उन्होंने इस आश्रम को चलाने की जिम्मेदारी अपनी बेटी, आशा को सौंपी थी। फंड की कमी के कारण आशा बेन, ओल्ड एज होम का पूरा काम खुद ही करती हैं। फिर चाहे यहां सफाई करनी हो, खाना बनाना हो या फिर बुजुर्गों को समय-समय पर दवाई और खाना खिलाना, आशा बेन सभी की सेवा के लिए सुबह से शाम तक हाजिर रहती हैं।

बुजुर्गों की सेवा के लिए छोड़ा गृहस्थ जीवन | Old Age Home

आशा बताती हैं मैं चार साल से यहां रह रही हूँ और मुझे यहां इतना मज़ा आता है कि कभी-कभी मुझे लगता है कि मेरी माँ ने मुझे इसी काम के लिए जन्म दिया है। आशा बेन ने पिता के वचन के लिए अपने गृहस्थ जीवन को छोड़ने का फैसला किया। यहां तक कि उन्होंने अपने बेटे को भी खुद से दूर कर दिया। ताकि पूरी निष्ठा से इन पिता के शुरू किए गए ओल्ड एज होम में रह रहे बुजुर्गों की सेवा कर सकें।

पहले इस आश्रम में 10 से 14 बुजु़र्ग रहते थे | Old Age Home

उन्होंने बताया कि पहले इस आश्रम में 10 से 14 बुजु़र्ग रहते थे, लेकिन फ़िलहाल यहां 22 लोग रहते हैं। अभी भी आशा बेन यह आश्रम लोगों की मदद से चला रही हैं। इतने सालों से उनके आश्रम की पहचान आस-पास के कई गावों में हो चुकी है, इसलिए कई लोग यहां अपने खास मौकों को सेलिब्रेट करने भी आते हैं। आज के दौर में अनजान लोगों का अपनों से बढ़कर ध्यान रखने वाली आशा बेन की मदद करके आप भी इस नेक काम में भागीदार बन सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related Post

Breaking News