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Hapur मांगी नाव न केवट आना कहइ तुम्हार मरम मैं जाना, प्रभु श्रीराम के पैर धोकर केवट हुआ धन्य

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Khabarwala 24 Hapur News : श्री रामलीला समिति हापुड़ द्वारा आयोजित श्री रामलीला महोत्सव का आयोजन विधिवत आरती कर प्रधान रविंद्र गुप्ता, महामंत्री विनोद वर्मा व कोषाध्यक्ष उमेश अग्रवाल द्वारा किया गया। रामलीला में केवट और भगवान श्रीराम मिलन की सुंदर लीला का मंचन किया गया।
मंचन के दौरान श्री पवनदीप चतुर्वेदी व्यास जी ने बताया कि जब प्रभु श्री राम वनों में निषादराज के पास थे। तभी बट बृक्ष का दूध मगांकर लक्ष्मण के सहित जटा बनाई। जिसको देख सुमन्त दुखी होकर रोने लगे। तब भगवान राम ने मंत्री सुमन्त को धर्म उपदेश कर पिता दशरथ के पास अयोध्या विदा किया। बाद में भगवान श्रीराम, जानकी और भैय्या लखन सहित आगे गंगा तट पर पहुंचे। वहां केवट से गंगा के उस पार जाने को नाव मांगी तब प्रेम भरे शब्दो में केवट कहते है कि प्रभु आपके पैर लगने से एक पत्थर की शिला स्त्री बन गई और पत्थर से कोमल लकड़ी होती है। यदि मेरी नाव भी किसी की पत्नी बन गई तो मैं तो भूखा ही मर जाऊंगा। मेरा बहुत बडा परिवार है, इस कारण आप तीनो के जबतक गंगाजल से रगड़ रगड़ कर पैर नही धो लूंगा तब तक आपको नौका में नहीं बैठाऊगा। इस प्रेम को देखकर प्रभु श्रीराम इशारा करते है और केवट जल लाकर चरण धोकर तीनों को पार लगा अपने जीवन को धन्य करता है। गंगा पार जाकर प्रभु श्रीराम बाल्मीक मुनि के आश्रम में जाते है। जहां मुनि का प्रेम व प्रभु व मुनि की धर्म और भक्ति पर वार्ता होने की लीला की गई। मंचन के दौरान रतनलाल ठेकेदार, अनिल आजाद एडवोकेट, डीके सर्राफ, नवीन वर्मा, सुयश वशिष्ट, नवीन गुप्ता, शुभम गोयल एडवोकेट, अंकुर गर्ग, विवेक सिंघल, विमल वर्मा, दीपक वर्मा, मुकुट वर्मा आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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