खबरवाला 24 न्यूज हापुड़:यूपी के जनपद हापुड़ में गन्ना मूल्य न बढ़ाए जाने के विरोध में मंगलवार को भाकियू (टिकैत) के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। सरकार पर किसान विरोधी नीतियां बनाने का आरोप लगाया। गन्ना पर्चियों पर शून्य बैलेंंस लिखा जाने का भी कड़ा विरोध किया। किसानों की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित 14 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया।
क्या बोले भाकियू के जिलाध्यक्ष
भाकियू के जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा ने कहा कि किसानों से साढ़े तीन रुपये/किलोग्राम की दर से गन्ना खरीदा जा रहा है। देश में किसी भी चीज का इतना सस्ता दाम नहीं है। सात साल में सरकार ने सिर्फ 25 रुपये ही गन्ने पर बढ़ाए हैं। किसानों का जमकर उत्पीडऩ किया जा रहा है, इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेतों में निराश्रित पशु फसलों को चट कर रहे हैं, चुनावी घोषणा में किसानों को निशुल्क बिजली देने की घोषणा की गई थी। लेकिन अब फ्री बिजली तो दूर नलकूपों पर मीटर लगाए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
स्वामीनाथ आयोग की रिपोर्ट लागू किए जाने की मांग
फसलों के उचित लाभकारी मूल्य के लिए स्वामीनाथ आयोग की रिपोर्ट को केंद्र सरकार द्वारा लागू किया जाना चाहिए। आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमों को नियत समयाविध तक समाप्त किया जाए। किसान परिवारों को स्वास्थ्य योजनाओं के अंतर्गत लाया जाए। विकसित देशों की तरह खाद बीज व कीटनाशक के क्षेत्र समेत अन्य क्षेत्रों में किसानों के नाम पर उद्योगों को दी जा रही सब्सिडी सीधे किसानों को दी जाए। सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए रूफ टॉप सब्सिडी दी जाए और किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित किया जाए।
यह थे मौजूद
ज्ञापन सौंपने वालों में चौधरी श्याम सिंह, कुंवर खुशनूद, शाहिद खां, आरिफ खां, गुलजार खां, हबीब खां, ममता शर्मा, पूनम शर्मा, रेनू ठाकुर, सरिता देवी, सुंदर त्यागी, इंसाफ अली आदि मौजूद रहे