Khabarwala 24 News Varanasi: उत्तर प्रदेश के Varanasi से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जिसने सबको हैरान कर दिया। यहां दो बेटियां अपनी मां के शव के साथ लगभग एक साल तक घर में रहीं। मां का शव कंकाल बन गया था। उसके बाद भी बेटियों ने उसका अंतिम संस्कार नहीं करवाया।
क्या है पूरा मामला
Varanasi में पिछले कई दिनों से जब बेटियां घर से नहीं निकली तो पड़ोसियों ने इसकी सूचना रिश्तेदारों को दी। इस सूचना पर रिश्तेदार घर पहुंचे। वहां उन्होंने ऐसा मंजर देखा कि उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इसकी पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने कंकाल बन चुके शव को घर से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस मृतका की दोनों बेटियों से पूछताछ कर रही है। उनसे शव को घर में रखने का कारण जानने का प्रयास किया जा रहा है।
कंबल और चादर में लपेटकर रखा था शव
यह पूरा मामला Varanasi के लंका थाना क्षेत्र के सामने घाट चौकी अंतर्गत आने वाले मदरवां का है। जहां एक सुनसान इलाके में स्थित घर से पुलिस ने 52 वर्षीय उषा त्रिपाठी नामक महिला का शव बरामद किया है। ये शव पिछले एक साल से घर में पड़ा था और घर में मृतका की दोनों बेटियां रह रही थीं। 27 वर्षीय बड़ी बेटी पल्लवी त्रिपाठी पोस्ट ग्रेजुएट है। जबकि, छोटी बेटी वैश्विक त्रिपाठी 17 साल की है और दसवीं पास है। घर में रखे-रखे मृतका उषा त्रिपाठी का शव लगभग कंकाल बन चुका था। शव को चादर और कंबल में लपेटकर एक कमरे में रखा गया था। बेटियों ने बताया कि तबीयत बिगड़ने से मां उषा त्रिपाठी की मौत 8 दिसंबर 2022 को ही हो चुकी थी। कई साल पहले पिता घर छोड़कर जा चुके हैं।
बदबू दूर करने के लिए करती थी अगरबत्ती का इस्तेमाल (Varanasi)
बदबू से बचने के लिए वह अगरबत्ती आदि का इस्तेमाल करती थीं। मकान के आसपास कोई पड़ोसी ना होने के चलते इसकी जानकारी लोगों को नहीं हो सका। बताया गया कि पिछले एक साल में जो भी रिश्तेदार घर आता था तो बेटियां मां की तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर उन्हें लौटा देती थीं। किसी को मां से मिलने नहीं देती थी। पुलिस को यह भी पता चला है कि पिछले काफी समय से दोनों का खर्चा आस-पड़ोस की मदद और उधार के अलावा घर के जेवर बेचकर चलता था। बताया जा रहा है कि बेटियों को मानसिक रूप से कमजोर मानते हुए फिलहाल एक रिश्तेदार के साथ भेजा गया है।
