Khabarwala 24 News New Delhi : Malavya/Bhadra Rajyog ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों, कुंडली और नक्षत्रों का बड़ा महत्व माना जाता है। हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल के बाद राशि परिवर्तन करता हैं, जिसका प्रभाव मानव जीवन और देश- दुनिया पर देखने को मिलता है। 18 सितंबर को दैत्यों के गुरू शुक्र तुला राशि और बुद्धि ज्ञान के कारक ग्रहों के राजकुमार बुध 23 सितंबर को कन्या राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे मालव्य और भद्र राजयोग बनेगा।
Malavya/Bhadra Rajyog ज्योतिष के मुताबिक, करीब 100 साल बाद यह पहला मौका होगा जब बुध शुक्र के गोचर से एक साथ भद्र और मालव्य राजयोग बनेगा। वैसे तो यह राजयोग 12 राशियों पर अलग अलग प्रभाव डालेंगे लेकिन 3 राशियों के लिए बेहद लकी साबित होने वाले है।
तुला राशि (Malavya/Bhadra Rajyog)
Malavya/Bhadra Rajyog 100 साल बाद भद्र और मालव्य राजयोग का एक साथ बनना जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है। आत्मविश्वाश में वृद्धि देखने को मिलेगी। व्यक्तित्व में निखार होगा। धनलाभ के नए नए अवसर मिलेंगे। नए कारोबार की शुरुआत कर सकते हैं। वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा।अविवाहित लोगों को विवाह का प्रस्ताव आ सकता है।व्यापारी नया व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। पारिवारिक जीवन शानदार रहेगा।
कन्या राशि (Malavya/Bhadra Rajyog)
Malavya/Bhadra Rajyog भद्र और मालव्य राजयोग से जातकों के अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं।अप्रत्याशित आर्थिक लाभ हो सकता है। परिवार का साथ मिलेगा। बिजनेस क्लास का कोई भी व्यक्ति इस कोर्स में नया बिजनेस शुरू कर सकता है।आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। पैसा कमाने के साथ साथ कामयाबी के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे। नए कारोबार की शुरुआत कर सकते हैं। बड़े- बड़े लोगों के साथ संबंध बन सकते हैं। मान- सम्मान की भी प्राप्ति होगी।
वृषभ राशि (Malavya/Bhadra Rajyog)
Malavya/Bhadra Rajyog भद्र और मालव्य राजयोग का बनना शुभ सिद्ध हो सकता है। आपको संतान से जुड़ा कोई शुभ समाचार मिल सकता है। कार्यों में सफलता मिल सकती है। प्रेम विवाह हो सकता है। आकस्मिक धनलाभ की प्राप्ति होगी। नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है।संतान को लेकर अच्छी खबर मिल सकती है। व्यवसायिक क्षेत्र में अच्छा मुनाफा हो सकता है। अटके और रूके हुए काम पूरे हो सकते है।
राजयोग (Malavya/Bhadra Rajyog)
Malavya/Bhadra Rajyog वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार , भद्र महापुरुष राजयोग बुद्ध ग्रह से संबंधित है। यदि आपकी कुंडली में बुध लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित हैं अर्थात बुध यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में मिथुन अथवा कन्या राशि में स्थित हैं तो आपकी कुंडली में भद्र राजयोग बनता है।इस योग को पंच महापुरुष राजयोग में से एक माना गया है।
कुंडली में (Malavya/Bhadra Rajyog)
Malavya/Bhadra Rajyog इससे व्यक्ति के जीवन में ज्ञान और धन दोनों की कमी नहीं रहती है। ज्योतिष के मुताबिक, जिस भी जातक की कुंडली में शुक्र लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित है अर्थात शुक्र यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में वृष, तुला अथवा मीन राशि में स्थित है तो कुंडली में मालव्य राजयोग बनता है। मालव्य योग को पंच महापुरुष राजयोग में से एक माना जाता है।
Disclaimer : यहां दी गई जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। Khabarwala 24 News इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।