Khabarwala 24 News New Delhi :ED लोकसभा चुनावों 2024 से पहले कल यानी कल 22 मार्च को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी यानी एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट जिसे प्रवर्तन निदेशालय भी कहा जाता है एजेंसी द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया है।
दिल्ली में हुए शराब घोटाले को लेकर यह गिरफ़्तारी हुई है। इसमें पहले ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोधिया जेल में है। ईडी की इस कार्रवाई से लोगों के मन में ईडी को लेकर और जिज्ञासा उठ रही है। आख़िर क्या है ईडी? कैसे करती है काम और और भी कई बातें। आइए इन सबके जवाब जानते हैं ।
ईडी का क्या होता है काम? (ED)
ईडी यानी एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट केंद्र सरकार की जांच एजेंसी है। जो भारत में वित्तीय कानून को लागू करने में सहायता करती है। आर्थिक मामलों में हुई हेरा फेरी की जांच ईडी द्वारा की जाती है। यह वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन काम करती है।
मनी लांड्रिंग के मामलों में ईडी जांच करती है। इसके साथ ही भ्रष्टाचार के केस भी ईडी देखती है। ईडी का काम है भारत में आर्थिक अपराधों को रोकना। साल 1956 में प्रवर्तन निदेशालय यानी एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) का गठन हुआ था। ईडी का मुख्यालय नई दिल्ली में है।
किन मामलों की कर सकती है जांच (ED)
ईडी की जांच करने को लेकर कुछ नियम बनाए गए हैं। किसी पुलिस स्टेशन में एक करोड़ या उससे अधिक रकम की गड़बड़ का मामला दर्ज होता है। पुलिस को इसकी जानकारी ईडी को देनी होती है। इसके बाद पुलिस से मामला लेकर आगे की जांच एडी शुरू करती है। लेकिन किसी मामले में अगर ईडी को पहले पता चल जाता है, तो खुद ही ईडी जांच शुरू कर सकती है।
ईडी फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट के उल्लंघन के केस, हवाला के केस, विदेश में मौजूद संपत्ति,विदेश में संपत्ति की खरीद इन सभी मामलों की जांच करती है।
क्या मिले हुए हैं यह अधिकार
ईडी को कानूनी तौर पर काफी ताकत दी गई है। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी संपत्ति और धन की जब्ती कर सकती है। ईडी गैरकानूनी वित्तीय काम पर कार्रवाई कर सकती है। प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत ईडी किसी दफ्तर या व्यक्ति के घर छापा मार सकती है। उसे गिरफ्तार कर सकती है और इसके साथ ही बिना पूछताछ के उसकी संपत्ति भी जब्त कर सकती है।