UP News Khabarwala 24 News Lucknow : अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जल्द पूरा होने, सनातन पर हमलों, और आगामी लोकसभा चुनाव जैसे विषयों पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की पैनी निगाह है। इन प्रमुख विषयों पर मजबूती से आगे बढ़ने के लिए संघ और भाजपा के बीच, सरकार और संगठन के बीच, आनुषांगिक संगठनों के बीच बेहतर समन्वय जरूरी है। मौजूदा मुद्दों पर चर्चा और आगे की रणनीति पर साझा करने के लिए मंगलवार को लखनऊ में समन्वय बैठक होगी।
संघ की ओर से बुलाई गई इस समन्वय बैठक को आगामी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को लेकर बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बैठक में संघ की ओर से भाजपा संबंधी काम देखने वाले सह सरकार्यवाह अरुण कुमार मौजूद रहेंगे । जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, प्रदेश सरकार के मंत्री, संघ के पूर्वी और पश्चिम क्षेत्र के पदाधिकारी, छह प्रांतों की टोलियों के अलावा विचार परिवार के सभी संगठनों के प्रदेश संगठन मंत्री व अन्य पदाधिकारी भाग लेंगे।
दायित्व होंगे तय
देवा रोड स्थित एक होटल में होने वाली इस बैठक में सरकार और संगठन से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा के साथ ही पूरा जोर तालमेल बेहतर करने पर रहेगा। वहीं चुनावी दृष्टि से भी सभी संगठनों की भूमिका और दायित्व तय होने हैं।
मोहन भागवत का चार दिन का प्रवास
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत चार दिनी प्रवास पर 22 सितंबर की शाम लखनऊ आएंगे। अवध क्षेत्र के प्रांत प्रचार प्रमुख डा. अशोक कुमार दुबे के अनुसार संघ प्रमुख 22 से 25 सितंबर तक अवध प्रांत यानि लखनऊ में रहेंगे। संघ ने इसे वार्षिक प्रवास बताया है। इस दौरान संघ प्रमुख संगठनात्मक कार्यों के विस्तार एवं आगामी योजना की समीक्षा करेंगे। विभिन्न गतिविधियों मसलन पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन, ग्राम विकास, गौसेवा, धर्म जागरण से जुड़े विषयों पर अलग-अलग श्रेणी के कार्यकर्ताओं संग बैठक करेंगे। दरअसल, शताब्दी वर्ष की ओर बढ़ रहे संघ का जोर शाखा और संगठन विस्तार पर है। हर ग्राम पंचायत तक शाखा और संघ कार्य को पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि सियासी दृष्टि से भी सरसंघचालक का यह प्रवास बेहद महत्वपूर्ण है। अनुमान है कि इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी उनकी मुलाकात होगी।