Hapur देशभक्ति से ओतप्रोत नृत्य व गायन के साथ शहीदों को किया नमन

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Khabarwala 24 News Hapur: Hapur दिल्ली रोड पर रामलीला मैदान में शहीद स्वाधीनता संग्राम शहीद स्मारक समिति के तत्वावधान में रविवार की रात कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कलाकारों ने देशभक्ति से ओतप्रोत नृत्य व गायन प्रस्तुत किए। सभी ने शहीदों को नमन किया गया।

Hapur देशभक्ति से ओतप्रोत नृत्य व गायन के साथ शहीदों को किया नमन

सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े (Hapur)

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर पुलिस अधीक्षक राजकुूमार अग्रवाल ने कहा कि हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना है। हमारी सोच ही हमारा भविष्य तय करती है। यदि हम नकारात्मक सोचेंगे तो वैसा ही करेंगे तथा वैसा ही मिलेगा। सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने वाला व्यक्ति हमेशा प्रगति करता है। इसलिये हमें ईश्वर से अपनी सकारात्मकता को बढ़ाने की प्रार्थना करनी चाहिए।

Hapur देशभक्ति से ओतप्रोत नृत्य व गायन के साथ शहीदों को किया नमन

मेला कमेटी की सराहना की (Hapur)

उन्होंने कहा कि दो दशक से ज्यादा की अपनी सर्विस में उन्हें अनेक स्थानों पर तैनाती मिली परन्तु देश के शहीदों की स्मृति में मेला लगाकर उन्हें नमन करने की परम्परा केवल हापुड़ में ही देखने को मिली। धन्य हैं मेले के आयोजक जो हमारी पीढ़ी में शहीदों को याद रखने व उन्हें नमन करने का संचार कर रहे हैं।

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15 जून तक चलेगा मेला (Hapur)

इस अवसर पर देश के प्रसिद्ध गायक मनोज वर्मा मंत्रा 7 इवेन्ट्स ने ‘एक शाम शहीदों के नाम’ प्रस्तुत की। अपनी प्रस्तुति में कलाकारों ने देशभक्ति से ओतप्रोत नृत्य व गायन प्रस्तुत किया जिसे दर्शकों द्वारा सराहा गया।

Hapur देशभक्ति से ओतप्रोत नृत्य व गायन के साथ शहीदों को किया नमन

मेला समिति के अध्यक्ष ललित कुमार अग्रवाल (छावनी वाले) ने कहा कि वैसे तो यह शहीद मेला 10 मई से 10 जून तक चलता है। मेले का आज समापन हुआ है। देश में सम्पन्न हुए आम चुनावों के चलते मेला बाधित रहा इसलिये रामलीला समिति के सहयोग से मेला 15 जून तक चलेगा।

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मेले का क्या है इतिहास (Hapur)

10 मई 1857 को दिल्ली रोड पर रामलीला मैदान के बाहर स्थित पीपड़ के पेड़ पर अंग्रेजों ने धौलाना के चार देशभक्तों को फांसी पर लटका दिया था। पीपल का पेड़ वर्तमान समय में भी शहीदों की शहादत का साक्षी है। यह पेड़ वर्ष 1975 को वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय कैलाश आजाद ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर इस पेड़ के नीचे शहीद दिवस मनाया। दस मई वर्ष 1976 से शहीद मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन शुरू किया गया। देश भर में शहीदों के नाम पर केवल हापुड़ में ही मेला लगता है। 10 मई को जिले में अवकाश भी रहता है।

यह रहे मौजूद (Hapur)

इस मौके पर मेला समिति द्वारा मुख्य अतिथि राजकुमार अग्रवाल (अपर पुलिस अधीक्षक) को सम्मानित किया गया। मेला अध्यक्ष ललित कुमार अग्रवाल, महामंत्री मुकुल त्यागी, कोषाध्यक्ष आशुतोष आजाद ने मुख्य अतिथि को पटका ओढ़ाकर, स्मृति चिन्ह व उपहार देकर सम्मानित किया।

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