Khabarwala 24 News Hapur: यूपी के जनपद हापुड़ (Hapur) के बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के सिमरौली में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) कार्यालय में मंगलवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब मेरठ की एंटी करप्शन टीम ने छापेमारी कर जूनियर इंजीनियर (जेई) अशोक कुमार (तृतीय) को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पुलिस ने गिरफ्तार जेई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला (Hapur)
थाना धौलाना क्षेत्र के गांव शिवाया के संदीप कुमार उर्फ संजू राणा ने बताया कि उसके साढ़ू जिला मेरठ के थाना जानी खुर्द के बहरामपुर के नितिन राणा के नाम सिविल कंट्रक्शन वर्क कंपनी के नाम से फर्म मेरठ में रजिस्ट्रर्ड है। आठ फरवरी 2024 को साढ़ू ने फर्म की पावर आफ अटार्नी उसके नाम की थी। इसके बाद से वह ही इस फर्म का संचालन करता आ रहा है। वित्तिय वर्ष 2024-25 में उन्हें हापुड़ लोक निर्माण विभाग(पीडब्लूडी) के जरिए सड़क निर्माण का टेंडर मिला था।
पिलखुवा के डूहरी बिजली घर से गांव डूहरी तक सड़क का मरम्मत कार्य किया (Hapur)
4.68 लाख रुपये की लागत में उसने पिलखुवा के डूहरी बिजली घर से गांव डहूरी तक सड़क का मरम्मत कार्य किया था। जून माह 2025 में मरम्मत कार्य पूरा कर दिया गया था। काम की एवज में जुलाई 2025 में पीडब्ल्यूडी द्वारा उसे 3.36 लाख रुपये का भुगतान किया गया। बाकी भुगतान के लिए पीड़ित ने 17 जुलाई को पीडब्ल्यूडी कार्यालय में तैनात अवर अभियंता(जेई) अशोक कुमार से मुलाकात की मगर, कोई संतोषजन जवाब नहीं मिला।
भुगतान के लिए अफसरों से मिला (Hapur)
पांच अगस्त को वह दोबारा कार्यालय पहुंचा और खंड अधिकारी(एई) संजय कुमार से मिला। एई ने पीड़ित को दोबारा जेई के पास भेज दिया। अवर अभियंता ने बिल पास करने के नाम पर उससे 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने जेई को बताया कि उसकी फर्म को निर्माण कार्य करने में 50 हजार रुपये का घाटा हुआ है। ऐसे में वह कहा से रिश्वत देने में असर्मथ है। इसके बाद आठ अगस्त को फिर से पीड़ित कार्यालय पहुंचा और अवर अभियंता से मिला।
एंटी करप्शन मेरठ की टीम से शिकायत की (Hapur)
इस पर जेई ने रिश्वत के रुपयों के बारे में पूछा। रुपये न होने की बात पर अवर अभियंता गुस्सा हो गए। अवर अभियंता ने बताया कि जब तक रिश्वत के रुपये नहीं दिए जाएंगे, तब तक बिल का भुगतान नहीं होगा। अवर अभियंता ने पीड़ित को 12 अगस्त को रिश्वत के रुपयों के साथ कार्यालय पर बुलाया। इस बीच पीड़ित ने एंटी करप्शन मेरठ की टीम से शिकायत करते हुए पूरे मामले की जानकारी दी।
मौके पर मची अफरा तफरी (Hapur)
छापेमारी के दौरान कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई। बाबूगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और गिरफ्तार जेई को थाने ले जाया गया। एंटी करप्शन टीम मामले की गहन जांच कर रही है, जिसमें रिश्वतखोरी के अन्य पहलुओं और फरार एई संजय कुमार की भूमिका की पड़ताल की जा रही है।
टीम के यह रहे शामिल (Hapur)
एंटी करप्शन टीम में निरीक्षक योगेंद्र धामा, कमलेश यादव, दुर्गेश कुमार, एसआई के.पी. यादव, और हापुड़ चौकी प्रभारी राहुल तोमर शामिल थे। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है, जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। सोशल मीडिया पर लोग इस छापेमारी की सराहना कर रहे हैं और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की मांग कर रहे हैं।
फूलफ्रूफ प्लानिंग तैयार की (Hapur)
पीड़ित ठेेकेदार द्वारा शिकायत करने के बाद एंटी करप्शन की टीम ने जनपद के उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी और फूलफ्रूफ प्लानिंग तैयार की। मंगलवार सुबह कार्रवाई के लिए टीम ने पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पास डेरा डाल दिया। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे संदीप कुमार रिश्वत के रुपये लेकर पीडब्ल्यूडी के कार्यालय में पहुंचा। अवर अभियंता ने उसे जूनियर इंजीनियर कक्ष में बुलाया। जहां पीड़ित ने आरोपी अवर अभियंता को रिश्वत के रुपये दे दिए। इसी बीच एंटी करप्शन की टीम ने अवर अभियंता को रंगे हाथ दबोच लिया
बाबूगढ़ थाने में मुकदमा हुआ दर्ज
थाना बाबूगढ़ प्रभारी निरीक्षक महेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। टीम अवर अभियंता को अपने साथ मेरठ ले गई है। टीम आरोपी अवर अभियंता को एंटी करप्शन कोर्ट में पेश करेगी।

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