Khabarwala 24 News Hapur: Hapur स्वाधीनता संग्राम शहीद स्मारक समिति के तत्वावधान में शहीद मेला का शनिवार की रात को धूमधाम से शुभारंभ किया गया। 1857 से लेकर अब तक के सभी ज्ञात और अज्ञात वीर शहीदों की स्मृति में एक माह तक यह मेला चलता है। शहीद मेला समिति के अध्यक्ष ललित अग्रवाल (छावनी वाले) और श्री चंडी मंदिर समिति के अध्यक्ष संजय गुप्ता (टायर वाले) ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
देशभक्ति कार्यक्रमों का होगा आयोजन
शहीद मेला समिति के अध्यक्ष ललित अग्रवाल छावनी वालों ने बताया कि शहीद मेला समिति द्वारा प्रत्येक शनिवार को विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें कवि सम्मेलन, सूफी नाइट, रागनी, नाटक, और एक शाम शहीदों के नाम जैसे आयोजन शामिल होंगे। ये कार्यक्रम शहीदों के बलिदान को याद करने और युवा पीढ़ी को उनकी वीरगाथाओं से प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित होंगे।

आने वाली पीढ़ियों को देता है प्रेरणा
शहीद मेला समिति के महामंत्री मुकुल त्यागी एडवोकेट ने बताया कि शहीदों की स्मृति में मेला लगाना उनकी याद को जीवित रखने का प्रयास है। यह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता है। देशभर में केवल हापुड़ में ही एक माह तक शहीदों की याद में मेला लगता है।
1976 से लगता आ रहा है मेला
दिल्ली रोड पर रामलीला मैदान के बाहर स्थित पीपल के पेड़ पर अंग्रेजों ने धौलाना के चार देशभक्तों को फांसी पर लटका दिया था। पीपल का पेड़ वर्तमान समय में बी शहीदों की शहादत की साक्षी है। यह पेड़ वर्ष 1975 तक उपेक्षित ख़ड़ा रहा, लेकिन 10 मई 1975 को पत्रकार स्वर्गीय कैलाश अाजाद ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर इस पेड़ के नीचे शहीद दिवस मनाया। वर्ष 1976 में दस मई से शहीद मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन शुरू किया गया।

थाना प्रभारी को किया सम्मानित
कोतवाली हापुड़ नगर प्रभारी निरीक्षक मनीष प्रताप को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने उनके योगदान की सराहना की।
यह रहे मौजूद
कार्यक्रम में राजीव गर्ग (दतियाना वाले), अरविंद शर्मा, ज्ञानेंद्र त्यागी, गुलशन त्यागी, अतुल (दादरी वाले), वीरेंद्र गर्ग (बिट्टू), मनीष मक्खन, मनीष गर्ग (नीटू), हरेंद्र कौशिक, कपिल सिंहल, सत्य प्रकाश गर्ग, प्रभात अग्रवाल, अजय मंगल गुप्ता, रवि मोहन गर्ग, लोकेश (छावनी वाले), हरेंद्र त्यागी, विपिन त्यागी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
