खबरwala24 न्यूज, हापुड़ : सरकार की आयुष्मान भारत योजना का लाभ अब ट्रांसजेंडरों को भी मिलेगा। इस योजना के तहत अभी तक चार श्रेणियों में हीआयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं, लेकिन अब इन चार श्रेणियों के साथ साथ ट्रांसजेंडरों को भी इस योजना में शामिल किया है।
केंद्र सरकार ने गरीबों को बेहतर उपचार कराने के लिए आयुष्मान योजना की शुरूआत की है। इस योजना का लाभ अभी तक जनगणना 2011 के अनुसार आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। 2011 की सूची के अनुसार पात्रों को इसका लाभ मिल रहा है। अभी तक सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत जनगणना में गरीब और वंचित श्रेणी में शामिल परिवारों को इसका लाभ ले सकते हैं।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइएस) के लाभार्थी, अंतोदय कार्डधारकों और श्रम विभाग में पंजीकृत लाभार्थियों को आयुष्मान योजना का लाभ मिल रहा है। अब सरकार ने आयुष्मान के पोर्टल और वेबसाइट पर ट्रांसजेंडरों का भी विकल्प दिया है। उन ट्रांसजेंडरों को आयुष्मान योजना में शामिल किया गया है, जो रजिस्टर्ड होंगे।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर केपी सिंह का कहना है कि ट्रांसजेंडर अपने सर्टिफिकेट से आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। इसके लिए पोर्टल पर विकल्प आ गया है। पोर्टल खुलने में अभी थोड़ी दिक्कत आ रही है।
रजिस्टर्ड ट्रांसजेंडरों का सर्वे कराया जाएगा और उसके बाद उन्हें आयुष्मान योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। प्रयास है कि सरकार की योजना का पात्र लोगों को लाभ मिल सके।
रजिस्टर्ड ट्रांसजेंडरों का शुरू होगा सर्वे
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो जिले में रजिस्टर्ड ट्रांसजेंडरों को आयुष्मान योजना का लाभ दिलाने के लिए उनका सर्वे शुरू कराया जाएगा। इसके लिए जल्द ही अधिकारियों की बैठक होगी। आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य पंचायत सहायकों, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, आरोग्य मित्रों को सौंपा गया है। जिन्हें प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
पांच लाख तक करा सकेंगे उपचार
आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रुपये तक के उपचार की सुविधा मिलती है। जिले के तीन मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा कुल 14 अस्पताल आयुष्मान के पैनल में शामिल हैं।
ऐसे में यदि रजिस्टर्ड ट्रांसजेंडर बीमार होते हैं तो उन्हें महंगा उपचार कराने की जरूरत नहीं है वह इस योजना का लाभ ले सकते हैं।