New Delhi (khabarwala.com): Indian Army भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपनी एक बाइक की लॉन्चिंग को टाल दिया। इसके बाद सबने आनंद महिंद्रा की तारीफों के पुल बांधे लेकिन महिंद्रा की तारीफ उसकी बनाई इस खास कार के लिए होनी चाहिए, जो जंग के मैदान में देश के जवानों की जान बचाने और दुश्मन के छक्के छुड़ाने का काम करती है। ये कार कोई और नहीं बल्कि महिंद्रा मार्क्समैन (Mahindra Marksman) है, जो भारत की पहली आर्मर्ड कैप्सूल बेस इंफैन्ट्री मोबिलिटी कार है। ये रणभूमि में कई तरह से सेना की मदद करती है।
युद्धक्षेत्र में कारगर कैपेबिलिटी
इस व्हीकल में ड्राइवर और को-ड्राइवर समेत टोटल 6 लोग बैठ सकते हैं। इसकी ऑफरोड कैपेबिलिटी इसे हर तरह के टेरेन और युद्धक्षेत्र में कारगर बनाती है। इस व्हीकल का इस्तेमाल आतंकवादी विरोधी कार्रवाई को अंजाम देने, दंगों को रोकने और स्पेशल फोर्सेस के ऑपरेशन में काम आती है।
महिंद्रा मार्क्समैन की खासियत
ये व्हीकल एक बख्तरबंद व्हीकल है। बख्तरबंद का मतलब ये है कि इसका बाहरी डिजाइन मोटी लोहे की चादरों से बना है, जो इसे बुलेटप्रूफ बनाता है। साथ ही इसे कैमोफ्लाज कलर थीम इस्तेमाल की गई है, जो युद्धक्षेत्र के लिए जबरदस्त बनाता है। डिजाइन दुश्मन को चकमा देने के साथ-साथ जवानों की रक्षा करने में माहिर है।
महिंद्रा मार्क्समैन का दम
महिंद्रा मार्क्समैन में 2.2 लीटर का एमहॉक टर्बो डीजल इंजन आता है। 2.6 लीटर टर्बोचार्ज्ड डीआई इंजन का ऑप्शन भी कंपनी देती है। दोनों ही ऑप्शन के साथ 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन मिलता है। सेना 2009 से गाड़ी का इस्तेमाल कर रही है। महिंद्रा अब ये कार बीएस-6 एमिशन मानकों के अनुरूप भी बनाती है।