Khabarwala 24 News New Delhi : Restaurant Money Tricks हमें भी कभी-कभी वैसा ही लगता है जब बिल आता है-इतना कब खर्च हो गया? असल में रेस्टोरेंट्स खाने के साथ-साथ एक और चीज़ पर काम करते हैं-हमारा दिमाग! चलिए जानते हैं वो कौन-कौन सी चालें हैं जिनसे रेस्टोरेंट वाले हमसे ज़्यादा पैसे निकलवा लेते हैं।
बिल देखकर होश चकरा गए क्या? (Restaurant Money Tricks)
कई बार मेन्यू में सिर्फ 299 लिखा होता है, ना ‘₹’ होता है, ना कोई पैसा जैसा लुक क्योंकि जब हम रुपये देख लेते हैं, तो हमारा दिमाग खर्च सोचने लगता है। बिना रुपये वाला नंबर हमें हल्का लगता है।
भूख ऐसे लग जाए, शब्दों का जादू (Restaurant Money Tricks)
सोचिए – “पनीर बटर मसाला” और “दिलकश मलाई में डूबा देसी मसालों वाला सिग्नेचर पनीर” – दोनों चीज़ एक जैसी हैं, लेकिन दूसरा नाम सुनते ही पेट के साथ मन भी मान जाता है। ये ही है ‘शब्दों का जादू’।
मेन्यू में बॉक्स, चमक-धमक क्यों? (Restaurant Money Tricks)
जो चीज़ें मोटे अक्षरों में, बॉक्स में या फोटो के साथ होती हैं – वो बस दिखाने के लिए नहीं होतीं, वो रेस्टोरेंट की फेवरेट डिश होती है। यानी उन पर कमाई ज़्यादा होती है। भूख से ज़्यादा ऑर्डर मत करो, माहौल के बहाव में मत बहो।
म्यूज़िक व लाइट्स, माहौल नहीं (Restaurant Money Tricks)
धीमा म्यूज़िक, हल्की लाइट, बढ़िया खुशबू – ये सब मिलकर हमें आराम से बैठने, बात करने और फिर से कुछ ऑर्डर करने के लिए प्रेरित करते हैं। जितनी देर बैठेंगे, उतना ज़्यादा खर्च होगा।
अब बचना कैसे है इन दांवों से? (Restaurant Money Tricks)
अब तक हमने बात की रेस्टोरेंट वालों के चालाकियों की. अब जरा ये जान लेते हैं कि इनसे बचना कैसे है। आखिर पैसा भी तो बचाना है। रेस्टोरेंट जाने से पहले थोड़ा प्लान बना लो, कितना खर्च करना है तय कर लो। मेन्यू में दिखावे वाली चीज़ों से न बहको, सीधे काम की चीज़ चुनो।
जरा सी सावधानी, पैसा बचेगा (Restaurant Money Tricks)
वेटर कुछ सजेस्ट करे तो सोच-समझ कर सुनो, ज़रूरी नहीं जो वो कहे वही सबसे बढ़िया हो तो अगली बार जब किसी बढ़िया रेस्टोरेंट में जाओ तो सिर्फ टेस्ट ही नहीं – दिमाग भी एक्टिव रखना! खाने का मज़ा और पैसे दोनों बचे रहेंगे।