Railway News Khabarwala 24 News Hapur : मुरादाबाद से दिल्ली के बीच रेलवे लाइन पर ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगाने के लिए गढ़ से गाजियाबाद के बीच दो करोड़ रुपये की लागत से दस ऑटोमेटिक ब्लॉक हट का निर्माण कराया जाएगा। जहां से सिग्नल सिस्टम को पावर सप्लाई मिलेगी और सिग्नल कंट्रोल होगा। इससे ट्रेनों को सिग्नल के लिए एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक ट्रेन पहुंचने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और रेल सफर सुगम बनेगा।
हापुड़ रेलवे स्टेशन पर रोजाना 27 जोड़ी ट्रेनों का ठहराव होता है और कई ट्रेना नॉन स्टॉप गुजरती है। रेलवे में अभी तक एबसेल्यूट सिग्नल सिस्टम से ट्रेनों का संचालन किया जाता है, जिससे एक ट्रेन को अगले रेलवे स्टेशन से निकलने के बाद ही दूसरी ट्रेन को सिग्नल देकर निकाला जाता है। ऐसे में सिग्नल देरी से मिलने के कारण ट्रेनों को किसी स्टेशन या फिर रेल ट्रैक पर रोकना पड़ता है।
रेलवे ने ट्रेनों का संचालन दुरुस्त करने के लिए सिग्नल सिस्टम को अब ऑटोमेटिक सिस्टम में बदलने की तैयारी तेज कर दी है। जिसमें प्रत्येक एक किलोमीटर पर ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगाया जाएगा। इसके लिए हापुड़ से गाजियाबाद के बीच पांच स्थानों पर ऑटोमेटिक ब्लॉक हट का निर्माण कराने के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है और निर्माण भी शुरू हो चुका है। इसके शुरू होने से ट्रेनों को बेवजह कही भी रोकना नहीं पड़ेेगा, स्टेशन यार्ड से ट्रेन के आगे बढ़ते ही ग्रीन सिग्नल मिल जाएगा। जिससे एक ही रूट पर एक के पीछे एक ट्रेन बिना लेट हुए आसानी से चल सकेगी।
कहां कहां बनेंगे ऑटोमेटिक ब्लॉक हट
हापुड़ से गाजियाबाद के बीच श्यामुपर फाटक, निजामपुर, जिंदल फैक्टरी, आध्यात्मिक नगर और महरौली के समीप ऑटोमेटिक ब्लॉक हट का निर्माण कराया जाएगा। श्यामनगर फाटक पर इसका निर्माण भी शुरू कर दिया गया है। गाजियाबाद से गढ़ के बीच दस स्थानों पर दो करोड़ रुपये की लागत से इनका निर्माण कराया जाएगा। इसमें दो कक्षों का निर्माण होगा, एक कक्ष से ऑटोमेटिक सिग्नल को पावर सप्लाई होगी तो दूसरे कक्षा में ऑटोमेटिक स्विच के माध्यम से सिग्नल को कंट्रोल किया जाएगा और उपकरण भी रखें जाएंगे।
छह माह में कार्य पूरा होने की उम्मीद-
कार्य निरीक्षक वीके त्यागी का कहना है कि मुरादबाद से गाजियाबाद तक प्रत्येक एक किलोमीटर पर ऑटोमेटिक सिस्टम लगाए जाने की तैयारी है। इसके लिए जिले में दस स्थानों पर ऑटोमेटिक ब्लॉक हट का निर्माण कराया जाना है। हापुड़ से गाजियाबाद के बीच निर्माण के लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है, जल्द ही हापुड़ से गढ़ के बीच भी चिन्हित कर ली जाएगी। छह माह के अंदर कार्य पूरा होने की उम्मीद है।