Saturday, July 27, 2024

नई शिक्षा नीति लाएगी शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव : राज्यपाल

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Khabarwala24 News Hapur : प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि जब तक भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों प्राथमिकता पर नहीं होंगे तब तक जो मुश्किलें झेल रहे हैं वह कम नहीं होंगी। नई शिक्षा नीति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक उच्च शिक्षा में 50 प्रतिशत बच्चों का प्रवेश करना है इसमें सभी लोग मिलकर कार्य करें। कालेजों में एेसे अध्यापक रखे जाएं जो आज की टेक्नोलाॅजी के साथ बच्चों को शिक्षा दे सकें।

छोटी उम्र से ही बच्चों को दें अच्छी तालीम

राज्यपाल यहां एसएसवी कालेज में आयोजित कार्यक्रम में संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण चिंता भी हो रही है कि किसान चिंता में है। उन्होंने कहा कि एसएसवी कालेज की स्थापना हमारे संविधान बनने के एक वर्ष बाद हो गई है। यह दिखाता है कि यहां के लोग शिक्षा का महत्व समझते हैं । उन्होंने कहा कि हमें छोटी उम्र के बच्चों को एेसे संस्कार , तालीम, विचार देने चाहिए। ताकि वह अच्छी बाते हद्य में कंठस्थ करते करें और कालेज पास करने के बाद समाज में जाकर बदलने का काम करें।

बहुत कठोर परिश्रम करके देश के 130 करोड़ की आबादी का सुझाव लेकर नई शिक्षा नीति हमारे सामने आई है । बच्चे जो सीखना चाहते हैं वो उसे मिलना चाहिए। यह इसमें रखा गया है। यदि बच्चा चाहता है कि उसे एक साल का अभ्यास करना है तो उसे एक साल का सर्टिफिकेट मिलेगा। नई शिक्षा नीति में यह भी इसमें प्रावधान किया गया था एक साल के बाद भी वह दोबारा से दूसरे,तीसरा साल में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। यदि साइंस, फिजिक्स, गणित लिया है और इसके साथ साथ आपके संगीत, पेंटिंग, हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, विदेशी भाषा सीखना है वो इसमें प्रावधान किया गया है।

अध्यापकों का प्रशिक्षित होना जरूरी

राज्यपाल ने कहा कि अध्यापकों को प्रशिक्षण के लिए हमने बल दिया ही है। परीक्षा पास करना अलग है और बच्चों को सिखाना अलग विधि है । इसी बजह से अध्यापकों का प्रशिक्षित जरूर होना चाहिए। यह प्रावधान नई शिक्षा नीति में किया गया है। दुनिया बदल चुकी है, सबकी सोच बदल चुकी है। आज पांच साल के बच्चे के पास भी मोबाइल है । यह 21 वीं सदी के बच्चे हैं। एेसे जो होनहार बच्चों हमारे पास हैं उनका भी लाभ लेना चाहिए। जो श्रेष्ठ विद्यार्थी जो टेक्नोलाॅजी में आगे आ रहे हैं । पीएचडी कर रहे हैं या पीजी में काम कर रहे हैं उनका लाभ विश्वविद्यालय को किस तरह मिले और विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के बच्चों को किस तरह मिले इसके लिए हमे सोचना पड़ेगा।

गुणवक्ता के लिए नैक जरूरी

उन्होंने कहा कि गुणवक्ता रखने के लिए नैक संबंद्ध कराना जरूरी है। जब नेक में जाएंगे तो पता चलेगा कि हम कहां पीछे हैं। यह मूल्यांकन करें कि हमारे कालेज की गुणवक्ता कैसी है। अध्यापक रखना है तो यह देखा जाए कि उनकी गुणवक्ता एेसी होनी जो बच्चों को अच्छी तरह पढ़ा सके। कई तरह के प्रावधान नेक में और नई शिक्षा नीति में है।

सबसे चिंता का विषय है कि नई शिक्षा प्रणाली में प्रावधान किया गया है कि 2030 तक जिन्होंने पचास प्रतिशत बच्चे उच्च शिक्षा में जाने चाहिए। अाज 2023 में 23 प्रतिशत हैं। सात साल हमारे पास हैं। यह लक्ष्य सभी को मिलकर पूरा करना होगा।

जनप्रतिनिधियों को शिक्षा, टीबी रोग, आंगनबाड़ी केंद्र के लिए जागरूक किया

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि ग्राम प्रधान, पार्षद, विधायक सांसदों को 2025 तक भारत को टीबी मुक्त कराने के लिए आगे आना होगा। उनके क्षेत्र में टीबी के रोगियों को जागरूक करें ताकि वह उपचार करा सकें। जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे उनके परिजन से मिलकर उनका स्कूल में दाखिला कराएं। गर्भवती महिलाओं का ध्यान रखा जाए कि उनका टीकाकरण हुआ या नहीं, उन्हें सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने के लिए जागरूक करें। आयुष्मान भारत योजना का पात्र लोगों को लाभ दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोगों ने स्वेच्छा से कोरोना में आगे आकर मदद की उसी तरह से आंगनबाड़ी केंद्रों में भी आगे आकर मदद करें।

इस अवसर पर कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सदर विधायक विजय पाल आढती व प्रबन्ध समिति के उप-प्रधान प्रभात कुमार अग्रवाल मौजूद थे। मंच का संचालन प्रबन्ध समिति के उपमंत्री राजेन्द्र अग्रवाल ( रोशे) ने किया।

Anandiben patel

क्या बोले सांसद राजेंद्र अग्रवाल

सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने एस.एस.वी पीजी कालेज से ही अपना पठन-पाठन पूर्ण किया है और जब भी वे इस महाविद्यालय में आते है स्वयं को एक छात्र के रूप में ही देखते है। उन्होंने महाविद्यालय की आगे ले जाने के लिये प्रबन्ध समिति द्वारा किये जा रहे अथक प्रयासों की सराहना की।

amit jonny
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श्री शिक्षा प्रसाद समिति के मंत्री अमित अग्रवाल ने कालेज के बारे में दी जानकारी

श्री शिक्षा प्रसाद समिति के मंत्री अमित अग्रवाल जौनी ने बताया कि स्वर्गीय बाबू लक्ष्मी नारायण व उनके मनीषी साथियों द्वारा एक छोटे से कमरे से यह शुरू किया था। यह विद्यालय आज शिक्षा के क्षेत्र में वट वृक्ष बन गया है जिसका श्रेय उन्होंने 72 वर्षो से महाविद्यालय की सेवा कर रही प्रबन्ध समितियों को दिया। उन्होने बताया कि वर्तमान प्रबन्ध समिति द्वारा मार्च 2022 के पश्चात् से महाविद्यालय में नई शिक्षा नीति को दृष्टिगत रखते हुए विभिन्न आमूलचूल परिवर्तन शासन व विश्वविद्यालय के अनुरूप किये गये है व किये जा रहे हैं, जिनमें आज 65 किलोवाट सोलर प्लांट स्थापित करने में शासन के अनुरूप टेक्निकल बिड व फाइनेन्सियल बिड में पास होने के बाद कार्य हुआ है। इसी प्रक्रिया से अध्ययनरत समस्त छात्र छात्राओं की 13 विभागों में लगी बायोमेट्रिक मशीनों का लोकार्पण महामहिम राज्यपाल ने किया।

पूरा महाविद्यालय वाई फाई से लैस है। पूरे महाविद्यालय की वायर फैन्सिंग हो चुकी है। तीन ब्लाको में नये 90 हाई रेज्यूल्यूशन सीसीटीवी कैमरो का इंस्टालेशन हो चुका है। कॉलिज के व्हाइटवॉश का कार्य ब्लॉकवाइज चल रहा है। भारत सरकार Department of Science & Technology (DST) की ऐड से DST-FIST लैब भी छात्र-छात्राओं को शोष कार्य में नये आयाम स्थापित करने हेतु कार्य कर रही है। नई शिक्षा नीति में स्किल डेवलपमेन्ट के अन्तर्गत एक अलग विभाग की स्थापना कर दी गयी है जिसमें पब्लिक स्पीकिंग, डिजीटल मार्केटिंग, एकेडमिक एण्ड बिजिनेस राइटर इत्यादि कोर्स कराये जा रहे है। साथ ही साथ योगा के लिये छात्र छात्राओं के लिये अलग अलग दो योगाचार्य फिजिकल व टेक्निकल क्लासेज ले रहे हैं।

उन्होंने बताया कि महाविद्यालय द्वारा चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय के अन्तर्गत बीबीए व बीसीए के कोर्स की स्थापना अगले सत्र से प्रारम्भ हो जायेगी। अन्य रोजगारपरक कोर्सों के लिये पूरी प्रबन्ध समिति कार्य कर रही है। जल्द ही अन्य रोजकारपरक कोर्स ( एम0एड0) शुरू कराये जायेगे। जिस समय महाविद्यालय की स्थापना हुयी थी उस समय कोर्सेज रोजगार उपलब्ध कराते थे परन्तु वर्तमान में ए०आई०. साइबर सिक्योरिटी, डाटा क्लाउड इत्यादि कोर्सेज खुलने से छात्र-छात्राओं को उनकी पढाई में अग्रसर होने का अवसर मिलेगा।

नैक का कार्य इस वर्ष पूर्ण कर लिया जाएगा : अशोक गुप्ता बीमे वाले

महाविद्यालय के प्रधान अशोक कुमार गुप्ता (बीमे वाले) ने नैक मूल्यांकन के विषय में बताया कि इस वर्ष में कॉलिज का नैक पूर्ण करा लिया जायेगा व एन०एस०एस० की महाविद्यालय इकाई ग्रामीण क्षेत्रों में आगंनवाडी के माध्यम से छात्र-छात्राओं को पढाई में रूचि हेतु प्रेरित कर रही है। उन्होंने राज्यपाल , सांसद, विधायक, प्रबन्ध समिति / शिक्षा प्रसार समिति के उपस्थित पदाधिकारीगण व सदस्यगण, शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं को धन्यवाद दिया।

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