Khabarwala 24 News New Delhi: Operation Sindoor पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद, भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में मौजूद आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया है। सेना ने जिन ठिकानों पर हमला किया, उनमें बहावलपुर और मुरीदके प्रमुख रूप से शामिल हैं। आखिर सेना ने इन दो ठिकानों को ही क्यों चुना, इसके पीछे एक बड़ी वजह है।
बहावलपुर को क्यों बनाया गया निशाना?
बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का मुख्यालय स्थित है, जो 1999 से सक्रिय है। इस संगठन का संस्थापक कोई और नहीं बल्कि भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी मसूद अजहर है। वही मसूद अजहर जिसे 1999 में इंडियन एयरलाइंस की उड़ान IC-814 के अपहरण के बाद यात्रियों की रिहाई के बदले छोड़ा गया था। रिहाई के बाद, इस आतंकी संगठन ने भारत के खिलाफ कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है। इनमें 2000 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर बम हमला, 2001 का संसद हमला, 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमला और 2019 का पुलवामा आत्मघाती हमला शामिल हैं।
मुरीदके को क्यों चुना गया?
वहीं, सेना ने मुरीदके को भी अपने हमले का निशाना बनाया। यह स्थान लाहौर से महज 30 किलोमीटर दूर है और 1990 से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ रहा है। इस संगठन का नेतृत्व हाफिज सईद करता है, जो भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है। लश्कर-ए-तैयबा भी कई हाई-प्रोफाइल आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है। 2008 के मुंबई 26/11 हमले में भी इस संगठन की भूमिका पाई गई थी। इसके अलावा, हैदराबाद, बैंगलोर और जम्मू-कश्मीर में हुए कई आतंकी हमलों के पीछे भी इसी संगठन का हाथ माना जाता है।
दरअसल इन दोनों के बारे में भारतीय खुफिया एजेंसी काफी समय से जानकारी एकत्रित कर रही थी। वहां हो रही गतिविधि के बारे में जानकारी थी। क्र्रङ्ख के पास इन दोनों पर आतंकी गतिविधियों, ट्रेनिंग स्थल को लेकर रिपोर्ट थी। दोनों जगह के सरगना भारत के नंबर 1 दुश्मनों में गिने जाते हैं। बताया जा रहा है कि जहां भारतीय सेना ने हमला किया है वहां हमेशा 50 से 100 आतंकी मौजूद रहते थे।
भारतीय सेना ने कहां-कहां किया अटैक?
1. मरकज सुभान अल्लाह बहावलपुर
2. मरकज तैयबा, मुरीदके
3. सरजाल/तेहरा कलां
4. महमूना जोया सुविधा, सियालकोट
5. मरकज अहले हदीस बरनाला, भिम्बर
6. मरकज़ अब्बास, कोटली
7. मस्कर राहील शाहिद, कोटली
8. मुजफ्फराबाद में शावई नाला कैम
9. मरकज सैयदना बिलाल