Khabarwala24 News Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आरके पुरम इलाके में रविवार सुबह एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें दो युवकों की करंट लगने से मौत हो गई। यह दिल दहला देने वाला वाकया तब हुआ, जब तेज आंधी और बारिश के कारण एक पेड़ टूटकर बिजली के तार पर गिर गया, जिससे तार टूटा और ढाबे पर सो रहे दो कर्मचारियों को करंट लग गया। इस हादसे में एक कुत्ते की भी जान चली गई। यह घटना दिल्ली (Delhi) में मौसम के अचानक बदलाव और तूफान की वजह से हुई, जिसने कई इलाकों में तबाही मचाई।
तेज आंधी और बारिश ने मचाई तबाही
जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह करीब 3:30 बजे दिल्ली (Delhi) में तेज आंधी और बारिश ने दस्तक दी। इस दौरान आरके पुरम में एक पेड़ टूटकर बिजली के तार पर गिर गया, जिससे तार टूट गया। टूटा हुआ तार ढाबे के पास सो रहे दो कर्मचारियों के ऊपर गिरा, जिसके कारण दोनों को तेज करंट का झटका लगा। हादसा इतना भयानक था कि दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की उम्र 22 से 25 साल के बीच बताई जा रही है।
चश्मदीदों के अनुसार, ढाबे के पास सो रहे ये कर्मचारी रात में काम खत्म करने के बाद वहीं आराम कर रहे थे। अचानक हुए इस हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया, “सुबह-सुबह तेज हवा और बारिश के बीच अचानक जोर की आवाज आई। जब हम बाहर निकले, तो देखा कि दो लोग और एक कुत्ता करंट की चपेट में आ चुके थे।”
मौसम विभाग की चेतावनी और तूफान का प्रभाव
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर में तूफान और बारिश की चेतावनी पहले ही जारी कर दी थी। विभाग के अनुसार, रविवार सुबह हवाएं 80-100 किमी/घंटा की रफ्तार से चलीं। सफदरजंग में सुबह 3:48 से 4:00 बजे के बीच दो बार तूफान दर्ज किया गया, जिसमें हवाओं की गति क्रमशः 82 किमी/घंटा और 104 किमी/घंटा थी। इस दौरान ओलावृष्टि (hailstorm) भी हुई, जिसने मौसम को और खतरनाक बना दिया।
तेज हवाओं और बारिश के कारण दिल्ली (Delhi) के कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए और बिजली के तार टूटने की घटनाएं सामने आईं। आरके पुरम के अलावा, शहर के अन्य हिस्सों में भी पेड़ गिरने की खबरें मिलीं। मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और घरों में रहने की सलाह दी थी, लेकिन इस तरह के हादसे को रोक पाना मुश्किल हो गया।
Delhi में बारिश से मिली गर्मी से राहत
हालांकि इस हादसे ने लोगों को सदमे में डाल दिया, लेकिन रविवार की बारिश ने दिल्लीवासियों को कई दिनों से जारी भीषण गर्मी से राहत भी दी। जून के महीने में दिल्ली (Delhi) में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया था, जिससे लोग परेशान थे। बारिश और ठंडी हवाओं ने मौसम को सुहाना बना दिया, लेकिन इस राहत के साथ आए तूफान ने कई जगहों पर नुकसान भी पहुंचाया।
हादसे ने उठाए बुनियादी ढांचे पर सवाल
यह हादसा दिल्ली (Delhi) में बुनियादी ढांचे (infrastructure) की कमियों को भी उजागर करता है। बिजली के तारों की खराब स्थिति और पेड़ों की समय पर छंटाई न होने के कारण इस तरह की घटनाएं होती हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि आरके पुरम जैसे इलाकों में बिजली के तार पुराने हैं और कई जगहों पर लटक रहे हैं, जो खतरे का सबब बनते हैं। इस हादसे के बाद प्रशासन से मांग की जा रही है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
पुलिस और प्रशासन का रवैया
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ और क्या इसे रोका जा सकता था। प्रारंभिक जांच में बिजली के तारों की खराब स्थिति और तूफान को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है।
लोगों में दहशत, प्रशासन से कार्रवाई की मांग
इस हादसे ने आरके पुरम और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। लोग डर रहे हैं कि अगर बिजली के तारों और पेड़ों की देखरेख ठीक नहीं की गई, तो भविष्य में भी इस तरह के हादसे हो सकते हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि बिजली के तारों को दुरुस्त किया जाए और पुराने पेड़ों की छंटाई समय पर की जाए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
मौसम विभाग की सलाह: सावधानी बरतें
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के निवासियों से सावधानी बरतने की अपील की है। विभाग ने सलाह दी है कि तूफान और बारिश के दौरान लोग पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें और बिजली के तारों से दूरी बनाए रखें। इसके अलावा, घरों में रहने और जरूरी न होने पर बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में बारिश और हल्के तूफान की संभावना बनी रहेगी।