Sunday, June 8, 2025

Auto Taxi Strike in Delhi-NCR आज दिल्ली-NCR में सड़कों पर नहीं उतरेंगे 4 लाख ऑटो-टैक्सी, हड़ताल की वजह से बढ़ सकती हैं लोगों की दिक्कतें

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Khabarwala 24 News New Delhi : Auto Taxi Strike in Delhi-NCR ऐप-आधारित कैब सेवाओं के कारण ऑटो-टैक्सी चालकों की आजीविका पर पड़ने वाले बढ़ते प्रभाव के विरोध में दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा की है। एक आंकड़े के तहत हड़ताल की वजह से चार लाख टैक्सी सड़कों पर नहीं उतरेंगी। हड़ताल की वजह से आज लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली-एनसीआर में हड़ताल में 15 से अधिक यूनियन शामिल हैं।

वहीं, हड़ताल से ऑटो, टैक्सी और एप आधारित कैब सेवाएं सबसे ज्यादा प्रभावित होने का खतरा है। संगठन के साथ तमाम ऑटो-टैक्सी संगठनों के पदाधिकारी जंतर मंतर अपनी मांगों को लेकर बैठेंगें। दिल्ली पुलिस से धरने प्रदर्शन को लेकर इजाजत मिल गई।

इन संगठनों ने की हड़ताल की घोषणा (Auto Taxi Strike in Delhi-NCR)

टैक्सी चालक सेना यूनियन, दिल्ली ऑटो तिपहिया ड्राइवर यूनियन, राजधानी टूरिस्ट ड्राइवर यूनियन समेत दिल्ली- एनसीआर के 15 से अधिक प्रमुख ऑटो, टैक्सी चालकों ने दो दिनी संयुक्त हड़ताल की घोषणा की है। 1 लाख ऑटो और 4 लाख टैक्सियां में अधिकतर कैब नहीं चलेंगी। वहीं जंतर-मंतर पर हड़ताली धरना प्रदर्शन भी करेंगे।

हड़ताल के पीछे की वजह है नुकसान (Auto Taxi Strike in Delhi-NCR)

आल दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन अध्यक्ष किशन वर्मा का कहना है कि एप आधारित कैब सेवा से ऑटो-टैक्सी चालकों को नुकसान हो रहा है वहीं, दावा किया कि कैब चालकों से एप कंपनियां मोटा कमीशन वसूल रही है।

हड़ताल करने के अलावा रास्ता नहीं (Auto Taxi Strike in Delhi-NCR)

संगीन इल्जाम मढ़ते किशन वर्मा का दावा है कि परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की मिलीभगत से अवैध रूप से चलते बाइक टैक्सी और ई-रिक्शा से भी टैक्सी ड्राइवर्स का रोजगार बुरी तरह से प्रभावित हो रहा। कहा कि सरकार मनमानी को रोकने में विफल रही है। लिहाजा हड़ताल पर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा।

समस्या का समाधान करना चाहिए (Auto Taxi Strike in Delhi-NCR)

किशन वर्मा ने कहा कई सालों से, ऐप बेस्ड कंपनियों के बारे में सरकारों और विभागों को लिख रहे हैं, लेकिन कोई नहीं सुनता। ये कंपनियां अपना पक्ष रखती हैं और सरकार अपना पक्ष रखती है, लेकिन ये व्यवसाय चंदे के खेल के रूप में संचालित होते हैं, जिसमें सरकार भी शामिल होती है। हम इस खेल को समाप्त करने की मांग करते हैं। ऑटो और टैक्सी चालकों का रोजगार, जो प्रभावित हो रहा है या छिन रहा है। उसका समाधान किया जाना चाहिए।

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