Khabarwala 24 News New Delhi : Mahashivratri in Kashi इस बार देवों के देव महादेव काशी विश्वनाथ का काशी में महाशिवरात्रि का पर्व खास होने वाला है, क्योंकि विश्वनाथ धाम में इसको लेकर विशेष तैयारी की गई है। बाबा विश्वनाथ 41 घंटे अनवरत दर्शन देंगे और 36 घंटें लगातार सोशल मीडिया के जरिए भी अपने भक्तों से जुड़े रहेंगे। दावा किया जा रहा है कि भक्तों की तादाद 10 लाख तक के आंकड़े पर पहुंच जाएगी। पांचों द्वार से भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा तो वहीं भक्तों को झांकी दर्शन से ही संतोष करना पड़ेगा, क्योंकि स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि शिवभक्तों के लिए इस बार महाशिवरात्रि का पर्व अविस्मरणीय और अभूतपूर्व बनाने का प्रयास किया गया है.
कई नई पहल की गई हैं : मिश्रा (Mahashivratri in Kashi)
उन्हाेंने बताया कि विश्वनाथ धाम में तीन दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव मनाया जा रहा है। दूसरी नई पहल यह की गई है कि विश्वनाथ धाम के कुल 16 ज्योतिर्लिंगों का रुद्राभिषेक एक सप्ताह के महाशिवरात्रि महोत्सव के तहत कराया जा रहा है फिर इसकी तस्वीर भी एलबम के जरिए जारी की जाएगी। तीसरा काम यह किया गया है कि 8 तारीख की मंगला आरती से 9 तारीख की भोग आरती तक पूरे 36 घंटें बाबा का निर्बाध दर्शन फेसबुक और यूट्यूब की लाइव स्ट्रीम से चलता रहेगा।
बेरीकेडिंग और पेयजल व्यवस्था (Mahashivratri in Kashi)
दर्शनार्थियों की संख्या को देखते हुए जिगजैग बेरीकेडिंग और पेयजल की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा मंदिर के पूरे स्टाफ को स्पेशल ट्रेनिंग भी दी गई है। उन्होंने आगे बताया कि पिछली महाशिवरात्रि के दौरान 36 घंटे में 8 लाख श्रद्धालु दर्शन किए थें तो वहीं इस बार यह आंकड़ा 10 लाख तक पहुंच जाएगा। पिछले कुछ दिनों से श्रद्धालु शिवरात्रि को देखते हुए प्रतिदिन 2 लाख तक आना शुरू हो गए हैं। इस लिहाज से अंदाजा है कि शिवरात्रि के दिन 10 लाख श्रद्धालु आ सकते हैं।
5 एंट्री प्वाइंट से होगी भक्तों की एंट्री (Mahashivratri in Kashi)
5 एंट्री प्वाइंट से भक्तों की एंट्री होगी। 10 लाख की भीड़ में स्पर्श दर्शन संभव नहीं है, इसलिए झांकी दर्शन से ही भक्तों को संतोष करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि बाबा विश्वनाथ का दर्शन भक्त मंदिर के अंतर तो एलईडी से करते ही है। इसके अलावा मंदिर के बाहर से एलईडी लगाई जाएगी। महाशिवरात्रि को देखते हुए भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है। अभी से भक्त काफी तादाद में दर्शन के लिए मंदिर तो आ ही रहें हैं तो वहीं हो रहे सांस्कृतिक संध्या में बढ़-चढ़कर हिस्सा भी ले रहें हैं।