Khabarwala 24 News Hapur: मोनाड यूनिवर्सिटी के चेयरमैन चौधरी विजेंद्र हुड्डा के फर्जी मार्कशीट और डिग्री रैकेट का उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और पुलिस की संयुक्त टीम ने भंडाफोड़ किया था। इस सिलसिले में फरीदाबाद के बल्लभगढ़ से राजेश को गिरफ्तार किया गया, जो फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्रों की छपाई में शामिल था। उसके पास से भारी मात्रा में ब्लैंक मार्कशीट, सर्टिफिकेट और छपाई के उपकरण बरामद किए गए हैं।
फुलप्रूफ साजिश के तहत चल रहा था रैकेट
चौधरी विजेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में यह गैंग सुनियोजित तरीके से फर्जी मार्कशीट और डिग्री का धंधा चला रहा था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि फर्जी प्रमाणपत्रों की छपाई हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में होती थी। इसके बाद इन्हें पलवल में स्टॉक किया जाता था और जरूरत पड़ने पर पिलखुवा लाया जाता था। इस रैकेट में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस और एसटीएफ छापेमारी कर रही है।

फरीदाबाद में छापेमारी, आरोपी गिरफ्तार
एसटीएफ और पिलखुवा पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में मुकेश कालोनी के रहने वाले राजेश पुत्र मोहन सिंह को हाई स्ट्रीट-81 मॉल से गिरफ्तार किया। राजेश फर्जी मार्कशीट और सर्टिफिकेट की छपाई में मुख्य भूमिका निभा रहा था। टीम ने उसके पास से माेनाड यूनिवर्सिटी की 957 ब्लैंक मार्कशीट, 223 ब्लैंक सर्टिफिकेट, 575 ब्लैंक प्रोविजनल सर्टिफिकेट बरामद कर लिए। इनके साथ ही दो प्रिंटर, छह प्रिंटर कार्टेज लेजर टोनर, मोनोग्राम सील रिबन का एक बंडल, एक कम्प्यूटर तथा तैयार की गई 49 फर्जी मार्कशीट बरामद हुई। अभी टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पिलखुवा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक पटनीश कुमार ने बताया कि राजेश से पूछताछ जारी है। फर्जी मार्कशीट और डिग्री की छपाई में इस्तेमाल होने वाले सॉफ्टवेयर के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपी को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है ताकि इस रैकेट के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके।
