Khabarwala 24 News Hapur: Hapur रेलवे पार्क में पंजाबी महिला समिति और पंजाबी सभा समिति ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया। इस मौके पर न सिर्फ बाल श्रम जागरूकता को बढ़ावा दिया गया, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय गुलाब दिवस भी धूमधाम से मनाया गया। बच्चों के हक की बात हो या फिर गुलाब की खुशबू से दिल जीतने की, इस इवेंट ने सबका मन मोह लिया। आइए, इस दिल छू लेने वाले कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Hapur रेलवे पार्क में बाल श्रम के खिलाफ एकजुट हुआ पंजाबी समाज
कार्यक्रम में पंजाबी सभा समिति Hapur के अध्यक्ष संजय कुमार डावर ने बाल श्रम की बुराइयों पर जोरदार तरीके से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, ” बाल श्रम कोई छोटी-मोटी बात नहीं है। अगर कोई 14 साल से छोटे बच्चे से दुकान, फैक्ट्री या कहीं और काम करवाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो सकती है।” संजय ने भारतीय दंड संहिता 1860, बंधुआ श्रम प्रणाली (उन्मूलन) अधिनियम 1976, और बाल श्रम (निषेध और विनियमन) अधिनियम 1986 का जिक्र करते हुए बताया कि बच्चों को काम पर लगाना समाज की सबसे बड़ी कुरीति है।
उन्होंने आगे कहा, “हम सबको मिलकर इस गलत प्रथा को जड़ से उखाड़ फेंकना है। बच्चों का हक है पढ़ाई करना, खेलना-कूदना, न कि मजदूरी करना।” संजय की ये बातें सुनकर वहां मौजूद हर शख्स ने तालियां बजाकर उनका हौसला बढ़ाया।
शिक्षा है बच्चों का हक: श्वेता मनचंदा

पंजाबी महिला समिति Hapur की संयोजिका श्वेता मनचंदा ने कहा कि समाज की हर संस्था को आगे आना चाहिए। हमें उन बच्चों की मदद करनी है, जो आर्थिक तंगी की वजह से स्कूल नहीं जा पाते।” श्वेता ने जोर देकर कहा कि बच्चों को शिक्षा का अधिकार दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है। उनकी बातों में एक मां जैसी ममता और समाज के लिए कुछ करने का जज्बा साफ झलक रहा था। उन्होंने ये भी कहा, “अगर हम बच्चों को पढ़ने का मौका देंगे, तो वो कल देश का नाम रोशन करेंगे।
बच्चों को चप्पलों का किया वितरण
कार्यक्रम में Hapur निवासी तरुण चंडोक ने अपने पिता की याद में 101 आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को चप्पलें बांटीं। बच्चों के चेहरों पर जब उन्होंने खुद अपने हाथों से चप्पलें पहनाईं, तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। इतना ही नहीं, पंजाबी सभा समिति की ओर से बच्चों को खाने का सामान, शिकंजी, और गुलाब के फूल देकर उनका हौसला बढ़ाया गया। बच्चों की चमकती आंखें और मुस्कान बता रही थी कि ये छोटा-सा इवेंट उनके लिए कितना खास था।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर पंजाबी सभा समिति के सचिव सचिव सिंह चावला, कमलदीप अरोड़ा, लेखराज अनेजा, धर्मपाल बाटला, यशपाल तनेजा, शशि भूषण मुंजाल, प्रवीण सेठी, श्याम सुंदर खन्ना, बबलू छाबड़ा, विनोद थापर, हरीश गांधी, अनिल कक्कड़, विपिन अनेजा, एकता तरीका, अंकिता, सोनिया, अर्चना, रूपल, शशि, नीरज, और योगा टीचर कुमकुम आदि मौजूद थे।
