Khabarwala 24 News New Delhi: Mimicry भारत के उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ की हाल ही में मिमिक्री करने के मामले में देश में बेहद बवाल मचा हुआ है। राज्यसभा से निलंबित सांसद कल्याण बनर्जी ने उपराष्ट्रपति के बोलने की शैली की नकल उतारी थी। जिससे उपराष्ट्रपति बेहद खफा नजर आए। इसके साथ ही कल्याण बनर्जी के खिलाफ काफी लोग उतर आए। मिमिक्री को लेकर यह तो रही देश में ताजा स्थिति। हालंकि यह काम राजनेताओं का नहीं है। हास्य कलाकार ही करें तब यह अच्छा लगता है। राजनेतओं का काम राजनीति है। अब आपको बताते हैं मिमिक्री का इतिहास। यह शब्द चलन में कब से आया।
1667 में पहली बार सामने आया ( Mimicry)
मिमिक्री Mimicry ग्रीक भाषा का शब्द है। पहली बार यह 19667में इस्तेमाल में आया था। जिसका मतलब होता है नकल करना। मिमिक्री का मतलब किसी की नकल करना है लेकिन उस नकल में एक हास्य का एलीमेंट भी जोड़ना होता है। यानी मिमिक्री करने वाला शख़्स जिसकी मिमिक्र कर रहा हो वह उस शख़्स के हाव भाव और उसकी आदतें इस प्रकार से लोगों के सामने पेश करें जिससे देखने वाले दर्शकों के बीच हास्य उत्पन्न हो।
मिमिक्री का भारत में इतिहास (Mimicry)
भारत में मिमिक्री (Mimicry)की ठीक शुरुआत कब हुई थी इस बात का कोई प्रमाण नहीं है। लेकिन 1970-80 के दशक में जब संगीत अपने चरम पर था। भारत में गायकों के नाम पर रोज कार्यक्रम हुआ करते थे। जब गायक ब्रेक लिया करते थे तब उसे दौरान मिमिक्री आर्टिस्ट आकर उसे समय के फिल्मी कलाकारों की मिमिक्री किया करते थे। तब से लेकर भारत में अब तक मिमिक्री करने के आर्ट में काफी बदलाव आ गया है। पहले जहां इसका उद्देश्य केवल हंसना होता था।
