गोरखपुर, 11 दिसंबर (khabarwala24)। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक ऐसा फर्जी IAS पकड़ा गया जिसने पूरे तीन साल तक लोगों को बेवकूफ बनाया। नाम था गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर। सिर्फ MSc पास यह शख्स हर महीने 5 लाख रुपए खर्च करता था, लाल-नीली बत्ती वाली गाड़ी में घूमता था, 10-15 गनर रखता था और गांवों में निरीक्षण करता था। असली SDM ने जब उससे बैच और रैंक पूछी तो उसने दो थप्पड़ जड़ दिए। अब यह फर्जी IAS जेल में है और उसके कारनामों की लंबी लिस्ट सामने आ रही है।
कौन है यह फर्जी IAS गौरव कुमार सिंह?
गौरव असल में बिहार के सीतामढ़ी जिले के मेहसौल गांव का रहने वाला ललित किशोर है। उसके पापा चलितर राम पेंट-पॉलिश का काम करते थे। ललित बचपन से पढ़ाई में तेज था, पापा के साथ मजदूरी भी करता था। 2019 में उसने मैथ्स से MSc किया। DIOS बनने का सपना था, तीन साल यूपीएससी की तैयारी की, लेकिन सफलता नहीं मिली।
कोचिंग खोलकर शुरू हुई ठगी की शुरुआत
2022 में ललित ने सीतामढ़ी में “आदित्य सुपर-50” नाम से कोचिंग इंस्टिट्यूट खोला। यहीं उसने पहली ठगी की। एक छात्र से नौकरी लगवाने के नाम पर 2 लाख रुपए लिए, लेकिन नौकरी नहीं लगी। छात्र ने FIR करा दी। केस होने के बाद ललित एक साल के लिए गायब हो गया।
एक साल अंडरग्राउंड रहकर बना फर्जी IAS
पुलिस को ललित ने बताया, “केस होने से करियर टूट गया। मैं एक साल अंडरग्राउंड रहा। इसी दौरान एक लड़की को भगाकर मंदिर में शादी कर ली। फिर पैसों की जरूरत पड़ी तो साले अभिषेक कुमार की मदद से फर्जी IAS बन गया।”
AI की मदद से बनाए फर्जी दस्तावेज और अखबार की कटिंग
साला अभिषेक ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। पहले जालसाजों से फर्जी आईडी, नेमप्लेट बनवाते थे। 2024 में चैटजीपीटी जैसे AI आने के बाद सब कुछ घर बैठे बनने लगा। फर्जी अखबार की कटिंग, टेंडर के पेपर, मीटिंग की फोटो – सब AI से तैयार होते थे। DM की कुर्सी पर ललित की फोटो लगाकर लोगों को दिखाते थे।
लाल-नीली बत्ती वाली इनोवा, 10-15 गनर और भौकाल
ललित दो गाड़ियों में चलता था। सफेद इनोवा पर लाल-नीली बत्ती, हूटर और स्टार नंबर प्लेट। दूसरी गाड़ी में उसके फर्जी गनर। गांव-देहात में घुसता तो सरकारी अफसर डर के मारे सलाम ठोंकते थे।
असली SDM को मार दिए दो थप्पड़
बिहार के भागलपुर में दौरा करने गया। वहां असली SDM मिल गए। SDM ने बैच और रैंक पूछी तो ललित ने दो जोरदार थप्पड़ जड़ दिए। SDM इतने डर गए कि शिकायत तक नहीं की।
1 पत्नी, 4 गर्लफ्रेंड और 3 प्रेग्नेंट
फर्जी IAS बनते ही ललित ने सोशल मीडिया पर प्रोफाइल बनाई। वहां से चार गर्लफ्रेंड बना लीं। पुलिस को उसके फोन में लंबी-लंबी चैट मिली। तीन गर्लफ्रेंड इस वक्त प्रेग्नेंट हैं। लड़कियां उसे असली IAS समझकर प्यार करती थीं। शादीशुदा होने की बात भी छुपाई।
बिल्डर-ठेकेदारों से ठगे करोड़ों रुपए
ललित यूपी, बिहार, झारखंड और मध्यप्रदेश में बिल्डर-ठेकेदारों को सरकारी टेंडर दिलाने का लालच देता था। AI से फर्जी टेंडर पेपर बनाकर देता था।
- बिहार के एक ठेकेदार माधव से 450 करोड़ का टेंडर दिलाने के नाम पर 5 करोड़ रुपए से ज्यादा लिए।
- दो लग्जरी इनोवा कारें और ज्वेलरी भी ले ली।
- यही गाड़ियां भौकाल दिखाने में इस्तेमाल करता था।
गोरखपुर में छिपकर रह रहा था
ठेकेदार के बार-बार परेशान करने से डरकर ललित लखनऊ से गोरखपुर के गुलरिहा इलाके में आकर छिप गया। झुग्गी में किराए का मकान लिया। बाहर बोर्ड लगवाया – “IAS गौरव कुमार सिंह”। पड़ोसी भी डरते थे।
ऐसे पकड़ा गया फर्जी IAS
ठेकेदार ने गोरखपुर पुलिस में शिकायत की। LIU और स्थानीय पुलिस ने तीन महीने निगरानी की। 2025 में GRP ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर 99.90 लाख कैश पकड़ा जो ललित को रिश्वत के तौर पर जा रहा था। फिर छापा मारा और ललित को गिरफ्तार कर लिया।
अब तक 40 से ज्यादा लोगों से ठगी का खुलासा
पुलिस को ललित के फोन और दस्तावेजों से 40 से ज्यादा ठगी के मामले मिले हैं। सरकारी ठेके, नौकरी लगवाने और शादी कराने के नाम पर लोगों को लूटा। पुलिस बिहार, झारखंड और मध्यप्रदेश पुलिस से भी संपर्क में है। और भी कई मामले सामने आने की उम्मीद है।
यह थी फर्जी IAS गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर की पूरी कहानी – एक ट्यूशन टीचर से ठग IAS बनने तक का खतरनाक सफर।
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