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Bitcoin ने रचा नया इतिहास, कीमत पहली बार 1.01 करोड़ रुपये के पार, जानिए अब कहां तक जाएगा भाव?

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Khabarwala24 News Bitcoin Price Surge: दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) ने शुक्रवार, 11 जुलाई 2025 को एक नया इतिहास रच दिया। इसकी कीमत पहली बार 1 करोड़ रुपये के पार पहुंच गई। खबर लिखे जाने के समय बिटकॉइन करीब 6% की तेजी के साथ $1,17,737.50 (लगभग ₹1.01 करोड़) पर ट्रेड कर रहा था। इस साल अब तक बिटकॉइन में 21% की जबरदस्त बढ़त देखने को मिली है, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। आइए जानते हैं कि बिटकॉइन की कीमत में इस उछाल के पीछे क्या कारण हैं और इसका भविष्य क्या हो सकता है।

बिटकॉइन: डिजिटल दुनिया का नया सितारा

Bitcoin आज सिर्फ एक क्रिप्टोकरेंसी नहीं, बल्कि आर्थिक आजादी और डिजिटल भविष्य का प्रतीक बन चुका है। गुरुवार को इसकी कीमत $1,18,377.50 के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई थी। यह क्रिप्टोकरेंसी अब न केवल आम लोगों बल्कि बड़े संस्थागत निवेशकों (institutional investors) के बीच भी लोकप्रिय हो रही है।

CIFDAQ के चेयरमैन हिमांशु मराड़िया ने कहा, “बिटकॉइन ने $1,18,000 का आंकड़ा पार कर नया all-time high बनाया है। यह उछाल हालिया कंसॉलिडेशन के बाद लौटे बुलिश सेंटिमेंट और संस्थागत निवेशकों की बढ़ती मांग के चलते आया है।”

ब्लैकरॉक (BlackRock) जैसी बड़ी कंपनियों ने 65 अरब डॉलर से ज्यादा का बिटकॉइन जमा किया है। इसके अलावा, अमेरिका की ट्रंप सरकार की क्रिप्टो-समर्थक नीतियां (crypto-friendly policies) ने भी बिटकॉइन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद की है। इन नीतियों में रणनीतिक बिटकॉइन रिजर्व (strategic Bitcoin reserve) बनाने और ETF अप्रूवल नॉर्म्स में ढील जैसे कदम शामिल हैं।

बिटकॉइन की तेजी के पीछे क्या हैं कारण?

Bitcoin price rally के पीछे कई बड़े कारण हैं, जो इसे न केवल एक डिजिटल करेंसी बल्कि एक वैकल्पिक निवेश (alternative investment) के रूप में स्थापित कर रहे हैं। आइए इन कारणों को विस्तार से समझते हैं:

1. संस्थागत निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी

पहले बिटकॉइन (Bitcoin) को केवल टेक-प्रेमी लोग और छोटे निवेशक ही अपनाते थे, लेकिन अब बड़े फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस (financial institutions) भी इसमें निवेश कर रहे हैं। BlackRock, Fidelity, और अन्य बड़े हेज फंड्स ने बिटकॉइन में भारी मात्रा में पैसा लगाया है। बिटकॉइन ETF (exchange-traded funds) में रिकॉर्ड निवेश ने इसकी डिमांड को और बढ़ा दिया है।

2. अमेरिकी नीतियों का समर्थन

अमेरिका में ट्रंप प्रशासन की क्रिप्टो-समर्थक नीतियां ने बिटकॉइन (Bitcoin) को नई ताकत दी है। रणनीतिक बिटकॉइन रिजर्व बनाने की बात हो या ETF के लिए आसान नियम, इन कदमों ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है। इससे यह संकेत मिलता है कि बिटकॉइन अब पहले से कहीं ज्यादा स्थिर और सुरक्षित हो सकता है।

3. मैक्रो-इकोनॉमिक फैक्टर्स

डॉलर की कमजोरी, बढ़ती ट्रेजरी डिमांड, और सॉवरेन क्रेडिट में गिरावट जैसे मैक्रो-इकोनॉमिक फैक्टर्स ने बिटकॉइन (Bitcoin) को एक सुरक्षित निवेश (safe-haven asset) के रूप में पेश किया है। Coinbase का S&P 500 में शामिल होना भी क्रिप्टोकरेंसी को मुख्यधारा (mainstream) में लाने का एक बड़ा कदम है।

4. सीमित आपूर्ति और बढ़ती मांग

बिटकॉइन (Bitcoin) की कुल सप्लाई केवल 21 मिलियन सिक्कों तक सीमित है। जैसे-जैसे इसकी डिमांड बढ़ रही है, इसकी कीमत में भी उछाल आ रहा है। 74% बिटकॉइन सप्लाई अब लॉन्ग-टर्म होल्डर्स के पास है, जो पिछले 15 सालों का उच्चतम स्तर है। CoinDCX की रिसर्च टीम के अनुसार, “पिछले कुछ घंटों में क्रिप्टो मार्केट कैप में 165 अरब डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है, जबकि $41.5 करोड़ के शॉर्ट्स लिक्विडेट हो चुके हैं।”

बिटकॉइन (Bitcoin): आम लोगों का भरोसा बढ़ा

एक समय था जब बिटकॉइन को लोग जुआ समझते थे, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। आज लोग इसे लॉन्ग-टर्म निवेश (long-term investment) के रूप में देख रहे हैं। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की पारदर्शिता और सुरक्षा ने बिटकॉइन को और भरोसेमंद बनाया है। महंगाई, आर्थिक अस्थिरता, और मुद्रा की गिरती कीमत जैसे कारणों ने लोगों को डिजिटल करेंसी की ओर आकर्षित किया है।

युवा निवेशक, टेक-सेवी लोग, और यहां तक कि छोटे व्यवसायी भी बिटकॉइन को अपनाने लगे हैं। डिजिटल वॉलेट्स और क्रिप्टो एक्सचेंज जैसे Coinbase, Binance, और WazirX ने इसे खरीदना, बेचना, और स्टोर करना पहले से कहीं ज्यादा आसान कर दिया है। लोग इसे अब केवल निवेश के रूप में नहीं, बल्कि भविष्य की करेंसी के रूप में भी देख रहे हैं।

अन्य क्रिप्टोकरेंसी में भी उछाल

बिटकॉइन (Bitcoin) की तेजी ने पूरे क्रिप्टो मार्केट को प्रभावित किया है। इथेरियम की कीमत $3,000 के स्तर तक पहुंच गई, हालांकि इसमें कुछ बेयरिश संकेत (bearish signals) देखने को मिले हैं। XRP में भी मजबूत उछाल देखा गया। सबसे ज्यादा तेजी Pudgy Penguins नाम की एक क्रिप्टोकरेंसी में आई, जिसका भाव 30% तक उछला। इसके अलावा, SEI में 25% और Worldcoin में 19% की बढ़त दर्ज की गई।

बिटकॉइन की मार्केट कैप: ऑस्ट्रेलिया और ताइवान से आगे

बिटकॉइन (Bitcoin) की मार्केट कैप अब ऑस्ट्रेलियन डॉलर और ताइवानी डॉलर से भी बड़ी हो चुकी है। यह अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड है। 74% बिटकॉइन सप्लाई अब लॉन्ग-टर्म होल्डर्स के पास है, जो 15 सालों का उच्चतम स्तर है। इससे यह साफ है कि लोग बिटकॉइन को अब लंबे समय तक होल्ड करने की रणनीति अपना रहे हैं।

बिटकॉइन का भविष्य: उम्मीदें और चुनौतियां

बिटकॉइन (Bitcoin) की इस तेजी को देखकर लगता है कि यह कभी रुकने वाला नहीं है, लेकिन क्रिप्टो मार्केट की अस्थिरता (volatility) को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। बिटकॉइन की कीमत में तेज उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, इसलिए इसमें निवेश करने से पहले रिसर्च और जानकारी जरूरी है।

हालांकि, संस्थागत निवेशकों का बढ़ता भरोसा और डिजिटल दुनिया की ओर बढ़ता रुझान बताता है कि बिटकॉइन का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है। कई देशों की सरकारें क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने की दिशा में काम कर रही हैं, ताकि निवेशकों के हितों की रक्षा हो सके। अगर तकनीकी और कानूनी ढांचा सही दिशा में विकसित होता है, तो बिटकॉइन न केवल एक डिजिटल संपत्ति रहेगा, बल्कि यह आर्थिक सिस्टम का एक अहम हिस्सा बन सकता है।

2025 में बिटकॉइन की कीमत कहां तक जाएगी?

IG एनालिस्ट टोनी साइकैमोर ने अनुमान लगाया है कि बिटकॉइन (Bitcoin) जल्द ही $1,20,000 का आंकड़ा छू सकता है। उन्होंने कहा, “नई ऊंचाइयों पर पहुंचने के बावजूद मार्केट में अभी वह तेजी नहीं आई है, जिसकी उम्मीद थी। बिटकॉइन के अब $1,20,000 तक पहुंचने की पूरी संभावना है।”

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अगर संस्थागत निवेश और क्रिप्टो-समर्थक नीतियां इसी तरह जारी रहीं, तो 2025 के अंत तक बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत $1,50,000 तक भी जा सकती है। हालांकि, यह अनुमान मार्केट की अस्थिरता और वैश्विक आर्थिक स्थिति पर निर्भर करता है।

बिटकॉइन: एक नई वित्तीय क्रांति की शुरुआत

बिटकॉइन (Bitcoin) ने न केवल एक नया रिकॉर्ड बनाया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि वित्तीय दुनिया एक बड़े बदलाव की ओर बढ़ रही है। अब सवाल यह नहीं कि क्रिप्टोकरेंसी को अपनाया जाएगा या नहीं, बल्कि यह है कि यह कब और कितनी जल्दी हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बनेगा। बिटकॉइन और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ने वित्तीय सिस्टम को नए सिरे से परिभाषित करने की शुरुआत कर दी है।

क्रिप्टोकरेंसी अब सिर्फ एक निवेश का विकल्प नहीं, बल्कि भविष्य की अर्थव्यवस्था का एक अहम हिस्सा बनने की ओर अग्रसर है। बिटकॉइन (Bitcoin) की इस ऐतिहासिक तेजी ने यह साफ कर दिया है कि यह डिजिटल क्रांति अभी शुरू ही हुई है, और इसके प्रभाव भविष्य में और गहरे हो सकते हैं।

नोट: बिटकॉइन में निवेश से पहले पूरी जानकारी लें और अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें। क्रिप्टो मार्केट में जोखिम हमेशा बना रहता है।

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