Khabarwala 24 News New Delhi : Bhagwad Gita श्रीमद्भगवद्गीता को अब स्कूल सिलेबस का हिस्सा बनाया जा रहा है। ताकि बच्चे अपने शुरूआती दिनों में ही भगवद् गीता का ज्ञान अर्जित कर सकें। इस ओर कदम बढ़ाते हुए गुजरात सरकार ने फैसला ले लिया है। गुजरात विधानसभा में इस संबंध में प्रस्ताव को पूरी सहमति के साथ पास कर दिया गया है। इसी के साथ अब जल्द ही गुजरात के स्कूलों में भगवद् गीता की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। इसे कक्षा 6 से 12वीं तक के करिकुलम में शामिल किया जा रहा है। इसके लिए गुजरात शिक्षा विभाग ने पहल की थी।
पूरे विश्व में गीता की विचारधारा (Bhagwad Gita)
दिसंबर 2023 में राज्य के शिक्षा विभाग ने कहा था कि श्रीमद्भगवद्गीता में बताए गए आदर्शों और मूल्यों को छठी से बारहवीं तक के स्कूलों में पढ़ाया जाएगा। पीटीआई से बात करते हुए गुजरात के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पंसेरिया ने कहा कि राज्य के स्कूलों में क्लास 6 से 12वीं तक गीता का पाठ क्रमानुसार पढ़ाया जाएगा। इसकी शुरुआत नए शैक्षणिक सत्र से ही हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में गीता की विचारधारा है। गीता एक पथ है।
जिज्ञासा और समझ को बढ़ावा (Bhagwad Gita)
हमने इस संकल्प को सदन में रखा और सभी ने समर्थन किया। ये बिना विरोध के पास हो गया। अधिकारियों के अनुसार, गीता में बताई गई बातों को छात्र छात्राओं को इस तरह पढ़ाया जाएगा, जिससे उनमें जिज्ञासा और समझ को बढ़ावा मिले। स्कूल स्टूडेंट्स को भगवद् गीता पढ़ाने का मकसद उन्हें भारत की समृद्ध और विविधता भरी संस्कृति, नॉलेज सिस्टम और परंपराओं से रूबरू कराना, उनसे जोड़ना है। उनमें गर्व की भावना भरना है।