मॉस्को, 19 दिसंबर (khabarwala24)। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को कहा कि नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (नाटो) ने पूर्व की ओर विस्तार न करने के अपने वादों को लेकर रूस को कई बार धोखा दिया है।
अपने वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुतिन ने कहा कि रूस की सीमाओं के पास नाटो के सैन्य ढांचे का बढ़ना मॉस्को के लिए एक वैध चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि रूस ने कभी नाटो में शामिल होने की संभावना पर भी चर्चा की थी, लेकिन बाद में यह स्पष्ट हो गया कि वहां रूस की सदस्यता अपेक्षित नहीं थी।
पुतिन ने कहा कि यूरोप में एक नई सुरक्षा व्यवस्था का निर्माण आज भी “काफी प्रासंगिक” है, लेकिन किसी भी देश को अपने रक्षा साधन चुनते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उससे अन्य देशों की सुरक्षा को खतरा न हो।
यूक्रेन को लेकर बोलते हुए रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस यूक्रेन में चुनावों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपायों पर विचार करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “कम से कम, हम यूक्रेनी क्षेत्र के भीतर गहराई तक हमले न करने पर विचार कर सकते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन में चुनावों और किसी प्रकार की बाहरी शासन व्यवस्था की बात पहले भी उठ चुकी है। पुतिन के अनुसार, यह एक काल्पनिक विषय है और यदि ऐसी कोई इच्छा पश्चिमी देशों सहित कहीं से आती है, तभी इस पर विचार संभव है।
यूरोप के साथ संबंधों पर पुतिन ने कहा कि रूस और यूरोप आपस में लड़ने के बजाय यदि एक-दूसरे की क्षमताओं को पूरक बनाकर साथ काम करें, तो दोनों पक्ष समृद्ध हो सकते हैं।
अपने साल के अंत की प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि रूस और यूरोपीय देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग से सभी के लिए बड़े आर्थिक लाभ पैदा हो सकते हैं। पुतिन ने कहा, “यदि हम यूरोपीय देशों के साथ अपने प्रयासों को एकजुट करें, तो क्रय शक्ति समता के आधार पर हमारी संयुक्त जीडीपी अमेरिका से भी अधिक हो सकती है। यह सैद्धांतिक है, लेकिन यह बिल्कुल स्पष्ट है कि लड़ने के बजाय एकजुट होकर हम अधिक समृद्ध होंगे।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस ब्रिटेन, यूरोप और अमेरिका सहित सभी देशों के साथ समान स्तर पर, आपसी सम्मान के साथ काम करने के लिए तैयार है। पुतिन ने कहा, “यदि अंततः हम इसे हासिल कर लेते हैं, तो इससे सभी को लाभ होगा।”
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