Khabarwala 24 News Hapur: यूपी के जनपद हापुड़ के डीएम अभिषेक पांडेय (Abhishek Pandey) ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गरीब महिलाओं ने प्रसव सेवाओं के नाम पर 1500 से 2000 रुपये और जन्म प्रमाण-पत्र के लिए 200 रुपये की अवैध वसूली की शिकायत मिली। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कड़ा रुख अपनाते हुए एएनएम शीतल और आशा कार्यकर्ता शिमला की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दोनों की सेवाएं समाप्त कर दीं।
शिकायत मिलने पर जांच के लिए पहुंचे डीएम अभिषेक पांडेय (Abhishek Pandey)
जिला मुख्यालय पर प्रतिदिन आयोजित होने वाले जनता दर्शन कार्यक्रम में ग्रामीणों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एएनएम शीतल की शिकायत दर्ज की थी। शिकायतों में कहा गया कि केंद्र पर स्वास्थ्य सेवाएं अपर्याप्त हैं और प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं से अनुचित राशि वसूली जा रही है। इस पर डीएम अभिषेक पांडेय और सीएमओ दोपहर करीब 3 बजे कस्तला कासमाबाद पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि एएनएम शीतल प्रसव के लिए 1500 से 2000 रुपये तक लेती हैं, जबकि आशा शिमला जन्म प्रमाण-पत्र के नाम पर 200 रुपये की वसूली करने का आरोप लगाया। कई ग्रामीणों ने इन आरोपों की पुष्टि की और बताया कि यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा है।
डीएम ने शिकायत को गंभीरता से लिया
डीएम ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने सीएमओ को एएनएम शीतल और आशा शिमला की सेवा समाप्त करने का आदेश दिया। सीएमओ ने शाम तक दोनों के खिलाफ कार्रवाई पूरी कर दी। डीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जाएगा और भविष्य में ऐसी अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे डीएम
डीएम ने नगर पंचायत बाबूगढ़ का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने पंचायत अध्यक्ष और पालिका सभासदों के साथ बैठक कर विकास कार्य को लेकर चर्चा की। बैठक में अवैध रूप से लगे होर्डिंग का मुद्दा भी उठा गया। इस पर डीएम ने अवैध होर्डिंग हटाने और टेंडर प्रक्रिया के बाद भी होर्डिंग लगाने के निर्देश दिए। डीएम ने नगर पंचायत में बने सरकारी अस्पताल का निरीक्षण किया। इसके साथ ही खाली पड़े प्लॉट में कूड़े को लेकर डीएम ने नाराजगी जताई और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।