Khabarwala 24 News Hapur: Hapur उत्तराखंड के देहरादून में मंगलवार रात को हुए बादल फटने (क्लाउडबर्स्ट) से उत्पन्न बाढ़ और भूस्खलन ने पूरे क्षेत्र में तबाही मचा दी। सहस्रधारा, मालदेवता, संतला देवी और डालनवाला जैसे इलाकों में बाढ़ का कहर देखने को मिला, जिसमें जनपद हापुड़ जिले के बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के गांव सरावनी गांव के 18 वर्षीय युवक मोहम्मद कैफ की जान चली गई। कैफ देहरादून में मकानों में टाइल्स लगाने का काम करता था। घटना के समय वह पांच मंजिला भवन के कमरे में आराम कर रहा था, जब पूरी बिल्डिंग नाले की ओर झुककर गंगा नदी की धारा में समा गई। कैफ का भाई गुड्डू, जो दरवाजे पर खड़ा था, रास्ते की ओर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया।
क्या है पूरा मामला (Hapur)
जानकारी के अनुसार, देहरादून के डीआईटी कॉलेज के पास स्थित ग्रीन वैली पीजी (पेइंग गेस्ट) आवास में रहने वाले कैफ भाईयों पर अचानक आपदा टूट पड़ी। भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर थे, और तमसा नदी का जलस्तर बढ़ने से बिल्डिंग की नींव कमजोर हो गई। पूरी पांच मंजिला संरचना मलबे में दबकर बह गई, जिसमें कैफ मलबे में दबकर मारा गया। एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) की टीम ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद किया, जबकि घायल गुड्डू को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। कैफ की उम्र महज 18 वर्ष बताई जा रही है, और वह हापुड़ के बाबूगढ़ क्षेत्र के सरावनी गांव का निवासी था।
परिजन में मचा कोहराम (Hapur)
परिजनों ने बताया कि कैफ परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। वह रोजगार के सिलसिले में कुछ महीनों पहले देहरादून गया था। घटना की खबर मिलते ही सरावनी गांव में शोक की लहर दौड़ गई। परिवार के लोग बेटे का शव पाने की लालसा में देहरादून रवाना हो चुके हैं। गांव वालों ने कैफ को एक मेहनती और खुशमिजाज युवक बताया, जिसकी अकस्मात मौत ने सबको स्तब्ध कर दिया। कैफ की मौत से परिजन में कोहराम मच गया और गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
देहरादून आपदा का व्यापक असर (Hapur)
यह हादसा देहरादून क्लाउडबर्स्ट का हिस्सा है, जिसमें भारी वर्षा ने सैकड़ों घरों, सड़कों और पुलों को क्षतिग्रस्त कर दिया। सहस्रधारा क्षेत्र में दो लोग लापता हैं, जबकि मालदेवता में सड़क धंस गई। तपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया, और देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर पुल टूटने से यातायात ठप हो गया। आईएमडी ने रेड अलर्ट जारी किया है, और एनडीआरएफ व एसडीआरएफ टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। हिमाचल प्रदेश में भी इसी तरह की बाढ़ से 200 छात्रों को बचाया गया।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं (Hapur)
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर इस त्रासदी ने व्यापक चर्चा छेड़ दी है। कई यूजर्स ने आपदा प्रभावितों के लिए सहायता की अपील की, जबकि स्थानीय पत्रकारों ने वीडियो शेयर कर राहत कार्यों की जानकारी दी। हापुड़ और देहरादून के यूजर्स ने कैफ की मौत पर शोक व्यक्त किया, और जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसी घटनाओं पर सवाल उठाए।


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