Khabarwala 24 News Hapur: Hapur उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ की पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के सिखेड़ा गांव में रजवाहे के पास सूटकेस में मिली अज्ञात महिला की लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मृतका की पहचान दिल्ली के त्रिलोकपुरी निवासी नीलेश के रूप में हुई। पुलिस ने हत्याकांड के आरोपी नीलेश के प्रेमी सतेंद्र यादव (विनोद नगर, दिल्ली) को गिरफ्तार कर लिया है।
सतेंद्र ने कबूल किया कि उसने नीलेश के अन्य संबंधों और उधार दिए 5.25 लाख रुपये वापस मांगने के विवाद में उसकी चुन्नी से गला दबाकर हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त गाड़ी, कागजात, फोन और अन्य सामान बरामद किया है। इस ब्लाइंड हत्याकांड का पर्दाफाश करने वाली टीम को एसपी ने 25 हजार रुपये का नकद इनाम दिया है।
हत्यारोपी की जुबानी: हत्या की कहानी
पुलिस पूछताछ में सतेंद्र ने बताया कि वह नीलेश के साथ प्रेम संबंध में था। नीलेश को किडनी की बीमारी थी और वह दिल्ली के धर्मशिला अस्पताल में भर्ती थी, जहां सतेंद्र ने उसके पिता और भाइयों से मुलाकात की थी। पिछले साल अक्टूबर में पंजाब के पटियाला जाने के दौरान नीलेश का फोन अक्सर व्यस्त मिलता था। सतेंद्र ने नीलेश का फोन चेक करने की कोशिश की, लेकिन वह लॉक था।
हत्या का घटनाक्रम
सतेंद्र ने बताया कि 28 मई को नीलेश उसके कमरे पर मिलने आई थी। रुपये वापसी के दबाव के चलते उसने नीलेश की चुन्नी से गला दबाकर हत्या कर दी और शव को कमरे में रखे सूटकेस में बंद कर दिया। टोल टैक्स से बचने के लिए वह रजवाहे की सड़क से मुरादाबाद जाया करता था। उसी रास्ते पर उसने रात के समय सूटकेस को सिखेड़ा रजवाहे में फेंक दिया और दिल्ली लौट आया। नीलेश का फोन तोड़कर गाजीपुर के नाले में फेंक दिया ताकि कोई शक न करे।
पुलिस जांच और गिरफ्तारी
नीलेश के पिता अहिवरन ने मयूर विहार थाने में बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की थी। पिलखुवा पुलिस ने करीब 500 सीसीटीवी फुटेज खंगालकर नीलेश की पहचान की और उसके परिजनों से संपर्क किया। जांच के दौरान सतेंद्र यादव मुख्य संदिग्ध के रूप में सामने आया था। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, पूछताछ में आरोपी ने हत्याकांड के बारे में पुलिस को सारी जानकारी दे दी।
उधार के पैसे मांगने पर कर दी हत्या
सतेंद्र ने पुलिस बताया कि उसने नीलेश से 5.25 लाख रुपये उधार लिये थे। इन रुपयों से उसने कार खरीदी थी। 28 मई को जब नीलेश उसके कमरे पर आई थी तो उसने उधार दिए रुपयों में से दो लाख रुपए वापस मांगे। मगर, उसके पास रुपए नहीं थे। उसने नीलेश से कुछ दिन की मोहलत मांगी। मगर, वह रुपयों के लिए दबाव बनाने लगी। इसके बाद उसने नीलेश की हत्या करने की ठान ली थी।
कार में शव रखकर दिल्ली से हापुड़ पहुंचा हत्यारोपी
सतेंद्र ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद दोपहर करीब एक बजे से रात के नौ बजे तक नीलेश के शव के पास बैठा रहा।रात होने पर उसने नीलेश के शव को सूटकेस में बंद कर दिया। सूटकेस को कार की डिग्गी में रखकर वह शव को ठिकाने लगाने के लिए निकल पड़ा।रास्ते में गाजीपुर के पास पहुंचने पर उसने नीलेश का मोबाइल फोन तोड़कर नाले में फेंक दिया।इसके बाद वह एनएच-09 से होकर मुरादाबाद की तरफ चल दिया। पिलखुवा के छिजारसी टोल से पहले सिखेड़ा राजवाहे की पटरी से होकर वह सुनसान स्थान की तरफ चल दिया। यहां से वह सिखेड़ा गांव के पास रजवाहे पर पहुंचा। जहां मौका पाकर उसने कार की डिग्गी से सूटकेस निकलकर रजवाहे मे फेंक दिया और वहां से फरार हो गया।
तीसरी आंख से खुला राज
एसपी ने बताया कि युवती का शव बरामद होने के बाद पुलिस ने आसपास मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरा की फुटेज खंगाली। जिसमें सतेंद्र की कार कैद हो गई। इसके बाद पुलिस के शक की सुई और मजबूत हो गई। इसी की मदद से पुलिस ने हत्याकांड का पर्दाफाश किया है। इसके अलावा सर्विलांस की टीम और मुखबिरों के नेटवर्क की मदद से पुलिस ने हत्याकांड का पर्दाफाश किया।
पुलिस का बयान
पिलखुवा कोतवाली पुलिस ने बताया कि सतेंद्र ने अपराध कबूल कर लिया है। बरामद सामान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की गहन जांच जारी है। पुलिस जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी।
